रेत से भरे डंपर ने ले ली मां-बेटे की जान
होशंगाबाद। रेत से भरे एक डंपर ने आज यहां गीता भवन के पास एक बाइक सवार को टक्कर मार दी जिससे बाइक पर बैठी महिला और उसके बच्चे की मौत हो गयी। करीब ढाई वर्ष का बच्चे हर्ष की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी जबकि उसकी मां नेहा पालीवाल ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने डंपर को आग लगाने की कोशिश की, सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला संभाला। डंपर चालक वाहन छोड़कर भाग निकला है।
जानकारी के अनुसार बाइक पर सवार राहुल पालीवाल, पत्नी नेहा पालीवाल और करीब ढाई वर्ष के बच्चे हर्ष को लेकर जा रहे थे। इसी दौरान गीता भवन के पास डंपर चालक ने लापरवाही से उनकी बाइक में टक्कर मार दी। बच्चे की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं महिला को गंभीर चोट आने से उसका उपचार नर्मदा अस्पताल में किया जा रहा था जहां उसकी भी मौत हो गई। इस दौरान भीड़ ने डंफर में आग लगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने मौका स्थल पर पहुंचकर स्थिति संभाल ली।
भीड़ भरे क्षेत्र निकलते हैं डंपर ओवर लोड डम्पर
रेत से भरे डंपर इससे पहले भी कई लोगों का काल बन चुके हैं। केवल होशंगाबाद नहीं बल्कि होशंगाबाद से भोपाल मार्ग और होशंगाबाद से इटारसी होकर हरदा मार्ग पर भी कई लोगों की जानें इनकी चपेट में आने से जा चुकी हैं। इटारसी में तो आलम यह है कि चौबीस घंटे में तीन से चार सौ डंपर थाने के सामने से ही निकलते हैं जो भीड़ भरे क्षेत्र रेलवे स्टेशन के सामने से बेखौ$फ होकर हरदा और खंडवा तक जाते हैं। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद इन पर कोई रोकटोक नहीं होती है। हर रोज रेलवे स्टेशन के सामने इनको भीड़ भरे रोड से निकलते देखा जा सकता है, लेकिन पुलिस को ये दिखाई नहीं देते हैं। कुछ दिनों पूर्व तक पुलिस कुछ डंपर पर कार्रवाई करती थी जिससे कुछ अंकुश लगा था, लेकिन अब पुलिस भी इनकी अनदेखी कर रही है, जिससे तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। कई दिनों से इटारसी पुलिस ने इन ओवरलोड डंपरों की जांच ही नहीं की है, यही कारण है कि ये पुलिस थाने के सामने से ही बेखौफ निकल रहे हैं, या फिर इनको यूं ही जाने देने के पीछे कोई कारण है?
आलम यह है कि इटारसी पुलिस ने आज तक किसी भी ओवरलोड डंपर को नो एंट्री जोन में जाने से नहीं रोका है और ना ही इनके कागजात की जांच की है। पुलिस थाने के सामने से रोज रेत से भरे सैकड़ों डंपर स्टेशन के सामने से नाला मोहल्ला होकर मेहरागांव के रास्ते हरदा, खंडवा और इंदौर जा रहे हैं।