विश्व एड्स दिवस : बचाव और सावधानी रखने पर दिया जोर
इटारसी। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय चिकित्सालय में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्त स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ को जागरुकता संबंधी जानकारियों से अवगत कराया गया। इस दौरान परामर्शदाता गणेश उपरारिया ने एचआईवी एड्स के विषय में प्रकाश डाला।
इस दौरान अधीक्षक एके शिवानी ने स्टाफ को सुरक्षा का तरीका बताया। उन्होंने कहा कि सभी के पास ग्लव्स होना जरूरी है। सफाई कर्मी हों या फिर नर्सिंग स्टाफ। ब्लड वाली चीजों चाहे वह कपड़ा हो, छूने में सावधानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मरीज के उपचार के साथ ही अपनी सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाना जरूरी है। डॉ. शिवानी ने कहा, जिन कारणों से एचआईवी होता है, उनकी जानकारी देने के बावजूद केस बढ़ रहे हैं। बाल्य एवं शिशु रोग चिकित्सक डॉ. आरके चौधरी ने कहा कि गर्भवती की डिलेवरी और स्तनपान के वक्त बच्चों में संक्रमण की संभावना अधिक होती है, संक्रमित महिला के बच्चों को सीजर के माध्यम से सावधानी रखकर संक्रमण से बचाया जा सकता है।
डॉ. रिचा पहारिया ने कहा कि जो एचआईवी पॉजिटिव मरीज आता है, उसे भरोसे में लेकर उसका उपचार करना चाहिए, ताकि उससे जानकारी हासिल की जा सके। यदि उसकी जानकारी लीक नहीं होगी तो उससे भेदभाव भी नहीं होगा। प्रोग्राम मैनेजर हेमंतपुरी गोस्वामी ने एनजीओ के प्रयासों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, स्टाफ नर्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद था।
कन्या महाविद्यालय में कार्यशाला
शासकीय कन्या महाविद्यालय में प्राणीशास्त्रख विभाग ने एड्स दिवस पर जागरूकता लाने हेतु एक दिनी कार्यशाला की तथा छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। रैली में छात्राओं ने सावधानी में ही सुरक्षा जैसे नारे लगाते हुये समाज के लोगों को एड्स के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम में प्राणीशास्त्र विभाग के डॉ. संजय आर्य ने विश्व एड्स दिवस की जानकारी और उद्देश्य बताए। प्राचार्य डा. विनय कुमार राणा ने एड्स के लक्षण तथ्य की जानकारी दी। श्रीमती मंजरी अवस्थी ने बताया कि एड्स छूने, साथ खाना खाने, गले लगने तथा हाथ मिलाने से नहीं फैलता है। एड्स असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई, खून और अजन्मे बच्चों को उसकी मां से फैलता है। छात्रा श्वेता सिंह, हर्षिता शर्मा एवं सोनम साहू आदि ने भी विचार रखे। इस अवसर पर डॉ. श्रीराम निवारिया, हरप्रीत रंधावा, शिरीष परसाई, स्टॉफ और छात्राएं उपस्थित रहीं।