शिक्षक का रिश्ता, मां का अपने बच्चे के साथ जैसा – महिला बाल विकास मंत्री

हस्त लिखित पत्रिका प्रयास का किया विमोचन

हस्त लिखित पत्रिका प्रयास का किया विमोचन
होशंगाबाद। प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मुझे यह दृढता से विश्वास है कि ईश्वर जिस पर पूरा भरौसा करते है उन्हें शिक्षक बनाते है। सरकार चलाना बडा कार्य है किंतु विद्यालय चलाना उससे भी बडा कार्य है। एक शिक्षक सारी उम्र शिक्षक ही रहता है। भारत देश में शिक्षक का रिश्ता अपने विधार्थियो से ऐसा ही रहता है, जैसे एक मां का अपने बच्चे के साथ रहता है। क्योकि एक शिक्षक अपने अंदर विद्यार्थियो को ऐसे ही धारण करता है जैसे एक मां अपने अंदर अपने बच्चे को धारण करती है। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस बनखेडी सरस्वती शिशु मंदिर के शिशु वाटिका परिसर में सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में उपस्थित बच्चो व उनके माता-पिता व शिक्षको को संबोधित कर रही थी।
अल्प प्रवास पर बनखेडी आई श्रीमती चिटनिस ने स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम अवसर पर स्कूल के बच्चो द्वारा हस्त लिखित पत्रिका प्रयास का विमोचन भी किया। पत्रिका की सराहना करते हुए उन्होने कहा कि इस पुस्तक में बच्चो ने अपने देश व संस्कृति के प्रति जो भाव व्यक्त किए है ऐसे भाव बच्चो में भरने वाले शिक्षको को वे प्रणाम करती है। महिलाओ में चुनौती लेने की क्षमता ज्यादा है। नेतृत्व क्षमता महिलाओ में है। वो देश की धुरी है। उन्होने कहा कि हम बेटियो की परवरिश बेटे से ज्यादा करें। उन्होने कहा कि शिक्षक बच्चो को सीखने व कल्पना करने की क्षमता विकसित होने दे।
पिपरिया विधायक ठाकुर दास नागवंशी ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमो से बच्चो में जो छुपी हुई प्रतिभा है वो उभरकर सामने आती है। अत: प्रतिभाओ को हमेशा सही मंच मिलना चाहिए।
इस अवसर पर उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए श्री गुरू चरण गौर ने कहा कि शिशु वाटिका में अपनी मातृ भाषा में शिक्षा देने का प्रयास किया जाता है, ताकि बच्चो में जो नेसर्गिक प्रतिभा है वो उभर कर सामने आ सके। कार्यक्रम अवसर पर समाज सेवी श्रीमती सरोज साहू, जीवनलाल साहू, प्राचार्य कृष्णा गूर्जर मौजूद थे।

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