श्रद्धा से बुलाने पर भगवान अवश्य आते हैं : आचार्य

Post by: Manju Thakur

इटारसी। श्री द्वारिकाधीश में चल रही भागवत कथा के पंचम दिवस भगवान की बाल लीला नंदोत्सव माखन चोरी गिरिराज धरण की कथा आचार्य नरेन्द्र शास्त्री ने सुनाई। उन्होंने कहा जब भक्त मन से श्रद्धा से भगवान को बुलाता है तो भगवान उसके घर जरूर आते हैं। भगवान को पाखंड एवं कपट पसंद नहीं है। पूतना कपट रूप लेकर भगवान के पास गई थी तो भगवान ने उसका उद्धार किया।
उन्होंने कहा कि ईश्वर दयालु भी इतना है कि जहर देने बाले को भी मुक्त करता है इसका उदाहरण पूतना है सो साल बाद यशोदा को जो मुक्ति मिलेगी वही मुक्ति पूतना को भगवान ने दी। गोपियां माखन निकालते समय सोचती हैं कि कन्हैया आयेगा तो भगवान गोपियों की मनोकामना पूरी करते हैं। भगवान भक्त के लिये ही अवतार लेते हैं। भक्त जैसा बनाता है, भगवान वैसे बन जाते हैं फिर काली नाग की कथा सुनाते हुये आचार्य नरेन्द्र ने कहा कि जब भी भक्ति रूपी यमुना में पाखंड रूपी नाग आता है, तब भगवान उसे निकालने को यमुना में कूद पड़ते हंै। इसके बाद गिरिराज धरण की कथा सुनाते हुये कहा कि भक्त जब अनन्यता से भगवान का चिंतन करता है तो भगवान भक्त के पहाड़ जैसे संकट अपने ऊपर धारण कर लेते हैं। कल रुकमणी मंगल भगवान का विवाह रास लीला आदी कथा को विस्तार दिया जायेगा

error: Content is protected !!