सड़क पर बैठे मवेशी बन रहे जान के दुश्मन

इटारसी। मवेशी पालक और प्रशासन की लापरवाही से इनसान और पशु दोनों की जान जोखिम में है। मवेशी पालक दूध निकालने के बाद मवेशियों को आवारा छोड़ देते हैं और प्रशासन के अधिकारी ऐसे पशु पालकों के खिलाफ कोई एक्शन भी नहीं लेते। इस कारण सड़कों पर बड़ी संख्या में मवेशी बैठकर न सिर्फ स्वयं की जान जोखिम में डालते हैं, बल्कि इनसानों के लिए भी खतरा बन रहे हैं।
मेहरागांव नदी के बड़े पुल पर आवारा मवेशियों का जमावड़ा लग रहा है जिससे न सिर्फ मवेशियों की जान का खतरा बना है बल्कि राहगीर की जान भी जोखिम में रहती है। बारिश के कारण मवेशी सूखी रोड पर अपना डेरा जमा लेते हैं। इटारसी-डोलरिया रोड पर मेहरागांव नदी के ऊपर बने बड़े पुल पर इन दिनों बड़ी संख्या में आवारा मवेशी बैठे रहते हैं। निरंतर बारिश के कारण ये बैठने के लिए सूखी जगह की तलाश करते हैं जो इनको रोड पर ही मिलती है। ये मवेशी बड़े-बड़े झुंड में सड़कों पर बैठे रहते हैं। मेहरागांव नदी के पुल पर करीब एक सैंकड़ा मवेशी बैठते हैं जिससे यह पुल पूरी तरह से भर जाता है। पुल पर पशुओं के इस भारी जमावड़े से जहां राहगीरों को आवागमन करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं इन पशुओं की जान भी खतरे में है। इस संदर्भ में यहां के स्थानीय निवासी अशोक मेहरा ने बताया कि यह लंबा मार्ग होने के कारण बस, ट्रक और अन्य वाहन भी चलते हैं और रात के वक्त इन वाहनों की तेज रफ्तार के कारण जरा सी भी चूक इनकी जान ले सकती है। इसलिए हम पुल पर बैठे पशुओं को रात में यहां से हटा देते हैं।
हाल ही में ग्राम ग्वाड़ीखुर्द में एक डंपर एमपी 09 एचएच 7204 के चालक ने एक बछड़े की जान ले ली है। रामपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। ऐसे ही खतरे मेहरागांव रोड पर ही बने रहते हैं। डोलरिया मार्ग के अलावा नयायार्ड जाने वाली लंबी पुलिया पर पर भी पशुओं का डेरा रहता है।

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