इटारसी। 1 से 10 जून तक प्रस्तावित किसान आंदोलन के दौरान शहर में सब्जी व दूध की किल्लत न हो और किसान भी अपना कारोबार शांतिपूर्ण ढंग से कर ले,इसके लिए प्रशासन अपने स्तर पर पहले से ही तैयारी में लगा है। किसानों की हड़ताल हुई तो सबसे ज्यादा असर, हरी सब्जी और दूध की आपूर्ति पर पड़ेगा। हड़ताल के समर्थक किसान संगठन भी गांव-गांव व सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।
शहर में आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव से हरी सब्जी की आपूर्ति होती है। इसी तरह से शहर के चारों तरफ के गांव से ग्रामीण बाइक और सायकिलों पर दूध बेचने आते हैं। शहर में रोज हजारों लीटर दूध की जरूरत होती है। इसकी पूर्ति भोपाल दुग्ध संघ, शहर में संचालित डेयरी और आसपास के गांवों से दूध लेकर आने वाले किसानों से होती है। प्रशासन दूध व सब्जी के कारोबार से जुड़े किसानों को आश्वस्त कर रहा है कि यदि वे सामग्री बेचने आएंगे तो सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रहेंगे। कोई भी जबरन नहीं रोकेगा, न ही नुकसान पहुंचा सकेगा।
यहां से आते हैं दूध-सब्जी
शहर में दूध की आपूर्ति तो आसपास के अनेक गांवों से होती है। इनमें पीपल ढाना, जमानी, तीखड़, भट्टी, कलमेसरा, भीलाखेड़ी, बोरतलाई, केसला, जुझारपुर, गोंची तरोंदा, साकेत, बम्हनगांव, सोनासांवरी, धौंखेड़ा, सनखेड़ा, दमदम, सोनतलाई, मरोड़ा आदि हैं। इसी तरह से सब्जी की खेती सर्वाधिक रामपुर, सनखेड़ा, घाटली, पाहनवर्री, सोमलवाड़ा आदि में होती है और यहां से किसान ट्रेन और बसों के जरिए अपनी सब्जी लेकर इटारसी आता है। यदि इन गांवों से हड़ताल के दौरान आपूर्ति रोकी गई तो इन दस दिनों में सब्जियों और फल के दाम आसमान छूएंगे। हालांकि फल आसपास से नहीं आता है, लेकिन यदि बाहर से आने वाले फल की आपूर्ति रोकी गई तो यह भी महंगा हो सकता है।
प्रशासन ने बनायी रणनीति
आज तहसील कार्यालय में गांव बंद आंदोलन के दौरान किसानों को पर्याप्त सुरक्षा देने की रणनीति तैयार की गई। मामले में एसडीएम ने कहा है कि शांतिपूर्ण आंदोलन में कोई कुछ नहीं कहेगा, यदि शांति भंग करने के प्रयास हुए तो कड़ी कार्रवाई करेंगे। आज एसडीएम आरएस बघेल, एसडीओपी अनिल शर्मा, टीआई विक्रम रजक, तहसीलदार रितु भार्गव, नायब तहसीलदार एनपी शर्मा सहित केसला, पथरोटा, रामपुर, तवानगर के थाना प्रभारी, राजस्व विभाग के आरआई, पटवारी बैठक में शामिल हुए। सभी को मैदान में इन दस दिन मुस्तैद रहने को कहा गया है। इस दौरान राजस्व और पुलिस का अमला गांव-गांव घूमेगा और सब्जी-दूध आदि शहर लाने वालों को कोई परेशानी न हो, यह देखेगा। गुप्त जानकारी जुटाई जाएगी। इटारसी में रेलवे स्टेशन, नीलम होटल के पास, जयस्तंभ के पास, बस स्टैंड, सब्जी मंडी के अलावा सब्जी उत्पादक गांव पाहनवर्री, ग्वाड़ी, घाटली, सोमलवाड़ा, रामपुर में भी पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम भ्रमण करती रहेगी।
इनका कहना है…!
जो किसान हड़ताल से परे, अपनी सब्जी दूध आदि बेचने के लिए शहर आना चाहता है, वह पूरी तरह से आश्वस्त रहे, उसे पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। जो किसान हड़ताल में शामिल होना चाह रहा है तो वह शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करे। जो शांति भंग करने का प्रयास करेगा, सब्जी और दूध बेचने आने वाले किसान से जबरदस्ती करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आरएस बघेल, एसडीएम