इटारसी। प्रदेश में विद्युत कंपनी पिछले 15 सालों से गरीब और आम उपभोक्ताओं को लूटती रही है, पर अब जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे शिवराज सरकार को उपभोक्ता की नाराजी का डर सताने लगा है तो वह बिल माफ करने 200 रुपए में बिजली देने, विद्युत चोरी के प्रकरण को वापस लेने जैसे टोटके कर अपने को गरीबों का हमदर्द और मसीहा बताने की कोशिश कर रही है, पर अब जनता शिवराज के झांसे में नहीं आएगी।
यह बात आज यहां जारी बयान में कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अशोक जैन ने कही। श्री जैन ने कहा कि विद्युत कंपनियों ने दक्षता नामक मोबाइल एप के जरिए मीटर रीडिंग शुरु की है, पर कई सालों से धूप और बारिश खा चुके विद्युत मीटर के डिस्प्ले धुंधले और खराब हो चुके हैं, जिसके कारण रीडिंग का सही फोटो नहीं आ पाता है, और कंपनी मन मुताबिक बिल भेज देती है। दूसरे मोबाइल से रीडिंग के बाद मीटर वाचक को उपभोक्ता के हस्ताक्षर लेने का भी नियम है, पर ऐसा नहीं किया जा रहा। उन्होंने मांग की कंपनी गलत तरीके से मीटर रीडिंग की व्यवस्था को सुधारें और गलत बिलों को माफ करें। गरीबी रेखा के नीचे के विद्युत उपभोक्ताओं के साथ मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं के बिजली बिल को भी माफ किया जाना चाहिए। श्री जैन ने कहा कि अनाप-शनाप बिजली बिलों का भुगतान न किए जाने के चलते विद्युत कंपनियों ने क्षेत्र में किसानों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण बनाए और उनकी विद्युत मोटर पंप व कृषि उपकरण जप्त किए हैं अब सरकार बिजली बिलों को माफ कर रही है तो विद्युत कंपनी भी इन प्रकरणों को वापस लेकर किसानों के मीटर मोटर पंप व उपकरणों को वापस लौटाये जाएं।