सर्वे क्रमांक बताएगा कि आप गरीब हैं या अमीर

सर्वे क्रमांक बताएगा कि आप गरीब हैं या अमीर

बीपीएल परिवारों की पहचान करने उठाएगी कदम
इटारसी। आपके मकान पर अंकित सर्वे क्रमांक बताएगा कि आप गरीब हैं या अमीर. जी हां! नगर पालिका द्वारा अब शहर के गरीबी रेखा में शामिल परिवारों के मकान पर उनका बीपीएल सर्वे क्रमांक अंकित किया जाएगा। इससे गरीब परिवारों की पहचान आसान हो जाएगी और एक खास बात यह रहेगी कि यदि किसी के पास फर्जी बीपीएल प्रमाण पत्र होगा उनकी सच्चाई भी सबके सामने आ जाएगी।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुरेश दुबे ने बताया कि शहर में मौजूद करीब 9 हजार 7 सौ गरीब परिवारों के आवास पर बीपीएल का सर्वे क्रमांक अंकित करने का काम जल्द ही प्रारंभ किया जाएगा। इससे शहर में रहने वाले गरीब परिवारों की पहचान आसान हो जाएगी और यह भी पता चल जाएगा कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले कौन-कौन हैं।
अमीरों का गरीबों के हक में डाका
अब तक यह भी शिकायतें मिलती रही हैं कि कई लोगों ने प्रशासन को गुमराह करके गरीबों के हक पर डाका डाल रखा है। पक्के और दुमंजिला, तीन मंजिला मकान वालों के पास भी गरीबी रेखा के कार्ड हैं और वे गरीबों की सारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं जबकि कई गरीब परिवारों के पास बीपीएल कार्ड तक नहीं हैं। इस योजना के बाद ऐसे मकानों में रहने वालों की जानकारी सामने आ जाएगी जो खुद को सरकारी दस्तावेजों में गरीब बता रहे हैं और अपने क्षेत्र में उनका पक्का मकान है और घर में सारी सुविधाएं हैं। ऐसे कई लोग लग्जरी गाडिय़ों में घूमते हैं, सारे साधन संपन्न हैं और बीपीएल कार्डधारक हैं।
पहले हुई हैं शिकायतें
दरअसल गरीबी रेखा के कार्ड कई ऐसे लोगों के पास भी हैं, जो समाज में तो खुद के पैसे का रुतबा दिखाते हैं, लेकिन गरीबी रेखा के कार्ड से कई शासकीय योजनाओं का लाभ उठाते हैं. ऐसे लोगों की पूर्व में कई बार शिकायतें हुईं और जांच के बाद एसडीएम कार्यालय से ही ऐसे कई फर्जी कार्ड निरस्त हुए हैं। हालांकि शिकायतें अब भी हो रही हैं। ऐसे में नगर पालिका द्वारा उठाया जा रहा यह कदम ऐसे लोगों को सामने ले आएगा और समाज के सामने और सरकार के सामने भी उनकी सच्चाई आ जाएगी। जब सर्वे क्रमांक किसी पक्के मकान पर डलेगा तो पता चल ही जाएगा कि उस परिवार के पास गलत बीपीएल कार्ड है।
इनका कहना है…
शहर में साढ़े नौ हज़ार से अधिक बीपीएल परिवार हैं, लेकिन उनकी पहचान उजागर नहीं हो पाती है। अब हमने ऐसे बीपीएल परिवारों के मकानों के सामने बीपीएल सर्वे क्रमांक अंकित करने का निर्णय लिया है। इससे उनकी पहचान आसान हो सकेगी और फर्जी कार्ड जैसी शिकायतों पर भी विराम लग जाएगा। पक्का मकान होगा तो स्वत: ही सामने आ जाएगा।
सुरेश दुबे, सीएमओ

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