ससुराल में पूरी हुई गोदभराई की रस्म, मायके सा दुलार मिला

ससुराल में पूरी हुई गोदभराई की रस्म, मायके सा दुलार मिला

इटारसी।भारतीय संस्कृति में गर्भवती महिलाओं की पीहर में गोद भराई की प्राचीन परंपरा है, इसे शुभ शगुन के रूप में देखा जाता है। यह रस्म ग्रीष्मकाल में ज्यादा होती हैं, चूंकि विवाहित महिलाएं इस दौरान मायके जाती हैं, इस बार कोरोना लॉकडाऊन की वजह से ऐसी कई महिलाएं मायके नहीं जा सकीं और कई नव विवाहिताओं की गोद भराई नही हो सकी।
ऐसी घड़ी में इस रस्म को निभाने सामाजिक कार्यकर्ता मनीष सिंह ठाकुर ने विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा की प्रेरणा से न्यास कॉलोनी वार्ड 13-14 की 40 गर्भवती महिलाओं को गोदभराई रस्म का न्यौता भेजा गया। वृदांवन गार्डन में सजे-धजे मंडप के बीच साज-सज्जा कर गर्भवती महिलाओं को पाटे पर बैठाकर तिलक लगाया गया, साथ ही साड़ी, सुहाग श्रंगार की सामग्री, पोषण आहार, फल भेंट कर गोद भरी गई। आयोजन में यहां तैनात आशा, यशोदा ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विभाग प्रचारक सुरेंद्र सिंह सौलंकी, जिला प्रचार प्रमुख मनोज राय, पूर्व पार्षद अमृता ठाकुर, उपस्थित रहे।
corona lock doमहिला बाल विकास विभाग सेक्टर सुपरवाइजर दीप्ती शुक्ला, पूजा गौर, रेखा मालवीय, ज्योति मढ़ैया, उषा रायकवार, तमिजा बेगम, अंजू शुक्ला, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. स्वाति अग्रवाल, मंगला मालवीय, विनम लौवंशी, निकिता मालवीय मौजूद रहे। मनीष ठाकुर ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए यह बेहद भावनात्मक रस्म होती है, जिसे मायके में पूरा किया जाता है, लेकिन कोरोना की वजह से महिलाएं अपने मायके नहीं जा सकीं, हमने उनके भाई और माता-पिता की भूमिका अदा कर गोद भराई की रस्म पूरी की है, उन्हें सुरक्षित प्रसव की शुभकामनाएं दी गईं।

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!