सुरताल के संगम से गूंजा कालेज का हॉल
इटारसी। शासकीय एमजीएम कालेज में स्पिक मैके अध्याय इटारसी के सहयोग से धु्रपद गायन का आयोजन किया। मलिक बंधुओं डॉ. प्रशांत मलिक, डॉ. निशांत मलिक एवं डॉ. अनिल चौधरी ने धु्रपद गायन की शानदार प्रस्तुति दी। स्पिक मैके संचालक सुनील बाजपेयी ने कलाकारों का परिचय दिया। राग मधुबंती में आलाद, जोड़ एवं झाला के पश्चात चारताल की बंदिश हरी हरी कुंजन में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का अंत मलिक बंधुओं ने राग मुलतानी में सुरताल की बंदिश ऐ मन रे तू धीर ना प्रस्तुत किया। पं. डॉ. अनिल चौधरी ने पखावज पर संगत की। अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. प्रमोद पगारे ने कहा कि व्यक्तित्व विकास में कला एवं संस्कृति का गहरा प्रभाव है। धु्रपद गायन की प्रशंसा करते हुए उन्होंने तीनों कलाकारों को अद्भूत बताया तथा उनकी कला के प्रति समर्पण एवं साधना की तारीफ की।
प्राचार्य ने तीनों कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। आभार प्रदर्शन इतिहास के विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी शर्मा ने किया। व्यक्तिव्य विकास प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. पीके अग्रवाल ने संचालन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. राकेश मेहता, डॉ. गायत्री राय, डॉ. राकेश तिवारी, डॉ. सुसन मनोहर, डॉ. विनोद कृष्ण, डॉ. मुकेश जोठे, डॉ. मुकेश बडोले एवं अतिथि विद्वान उपस्थित थे।