स्वाति आत्महत्या मामला : प्रकरण दर्ज, पति गिरफ्तार

स्वाति आत्महत्या मामला : प्रकरण दर्ज, पति गिरफ्तार

इटारसी। नगर के 11 वी लाइन निवासी महिला और एमजीएम स्कूल रैसलपुर की शिक्षिका स्वाति शर्मा का शव शनिवार को दोपहर उसके ही घर में पंखे से लटका मिला था। महिला के मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर कथित तौर पर हत्या का आरोप लगाते हुए ससुराल पक्ष पर कार्रवाई की मांग की है।

VRIDANVAN GARDEN, ITARSI

इटारसी का सर्वसुविधायुक्त मैरिज गार्डन

इससे पहले शनिवार की रात इटारसी पहुंचे महिला के मायके पक्ष के लोगों ने ससुराल पक्ष के लोगों से झूमाझटकी भी की थी। उनका गुस्सा आज सुबह डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान भी देखा गया है। महिला के मायके पक्ष के लोगों को ससुराल पक्ष का अस्पताल परिसर में होने पर भी एतराज था। दोनों पक्ष अंतिम संस्कार के लिए महिला का शव चाह रहे थे। हालांकि पुलिस ने महिला के पिता और भाई को शव सौंपा। पुलिस की मौजूदगी में नर्मदा घाट पर स्वाति शर्मा का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सरकारी अस्पताल में सुबह से तनाव का माहौल था। दरअसल, शनिवार की रात को दोनों पक्षों में झूमाझटकी होने के बाद आज सुबह से ही अस्पताल परिसर में भारी पुलिस बल मौजूद था। महिला के मायके पक्ष के लोग ससुराल पक्ष के लोगों की उपस्थिति पर एतराज कर रहे थे तो टीआई आरएस चौहान ने उनको समझाईश दी। महिला के मायके वाले और ससुराल वाले दोनों ही अंतिम संस्कार के लिए महिला का शव चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने मायके पक्ष में महिला के पिता राजेश तिवारी और भाई शशांक तिवारी को ही अंतिम संस्कार के लिए शव सौंपा।

पूरे वक्त मां के नहीं थम आंसू
it3917 1डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल में सुबह से स्वाति के मायके पक्ष के सदस्य पहुंच गए थे। सुबह से पोस्टमार्टम का इंतजार चला। दोपहर में करीब 12.30 बजे पोस्टमार्टम हो सका। जब तक स्वाति के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ उसकी मां शैल तिवारी के आंसू नहीं थमे। जब पोस्टमार्टम होकर शव बाहर लेकर शव वाहन में रखा जा रहा था तो मां फूट-फूटकर रोयी और साथ में भाई और अन्य परिजन भी आंसू नहीं रोक सके। अस्पताल से स्वाति के परिजन शव लेकर होशंगाबाद गए और नर्मदा किनारे अंतिम संस्कार किया, ससुराल पक्ष शामिल नहीं हुआ।

इनका कहना है…!
स्वाति शर्मा आत्महत्या मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है। उसके पति की गिरफ्तारी की जा चुकी है। आगे जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
अनिल शर्मा, एसडीओपी

हंगामे जैसी कोई बात नहीं हुई। दोनों पक्ष ही अंतिम संस्कार के लिए डेड बॉडी चाह रहे थे, लेकिन उनके मायके पक्ष को शव सौंपा है।
आरएस चौहान, टीआई

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!