2021 महामारी पर रहेगा भारी, वैक्सीन की हो चुकी तैयारी: पाराशर
2020 की विदाई कार्यक्रम में मास्क को न करें विदा
वैक्सीन के प्रति संभावित अफवाह के समाधान का वैज्ञानिक पहलू बता रहे हैं राजेश पाराशर
बाय कोविड, हाय वैक्सीन का संदेश देने जागरूकता प्रदर्शनी
इटारसी। कोविड साल के रूप में आये 2020 को पूरे मनोयोग से विदा करने हर व्यक्ति तैयार है और वैक्सीन वर्ष के रूप में महामारी पर भारी पडऩे को आ रहे 2021 की अगवानी की तैयारी हो रही है। रिकार्ड समय में भारत सहित विश्व के वैज्ञानिकों के प्रयास से आने जा रही वैक्सीन (Vaccine) के बारे में संभावित अफवाहों को दूर करने और मास्क की 2021 में भी महत्ता को बताने विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर (Teacher Rajesh Parashar) द्वारा होशंगाबाद जिले के अनेक गांव, सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शनी के माध्यम से कोविड के विरूद्ध निर्णायक लड़ाई के अंतिम चरण की जानकारी दी जा रही है। पाराशर ने बताया कि इस प्रदर्शनी में ब्रिटेन (Britain) के कोविड के नये स्ट्रेन के फैलाव के साथ वैक्सीन द्वारा एंटीबॉडी (Antybody) बनने को वर्किंग मॉडल की मदद से रोचक तरीके से आम लोगों को समझाया जा रहा है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनोज सरियाम (Manoj Sariyam) के मार्गदर्शन में यह गतिविधि स्वैच्छिक रूप से की जा रही हैं। आईएएस धनराजू (IAS Dhanraju) एस एवं आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त चंद्रकांता सिंह (Chndrakanta Singh) भी आदिवासी ग्रामों में आयोजित इस प्रदर्शनी में पहुंची तथा कोविड से बचाव में अभी भी मास्क की आवश्यकता और स्वच्छता का संदेश दिया। पाराशर ने बताया कि अप्रैल से अब तक की तपस्या एक लापरवाही से भंग हो सकती है। इसलिये मास्क और सामाजिक दूरी अब भी है जरूरी का 2020 की विदाई कार्यक्रम में रखें ध्यान।
वर्किंग माडॅल की खास बातें-
– एक मॉडल को प्रतीकात्मक वैक्सीन लगाने पर उसमें एंटीबॉडी बनने को एक मीटर से देखा जा सकता है।
– ब्रिटेन के नये स्ट्रैन से कोविड के अधिक फैलाव को वर्किंग मॉडल की मदद से दिखाया गया है।
– मास्क को हटाने से वायरस के संक्रमण को वर्किंग मॉडल में दिखाया गया है।
– 6 फीट की दूरी के महत्व को भी इस प्रदशनी में दिखाया गया है।
– इस प्रदर्शनी में एमएस नरवरिया, कैलाश पटैल, हरीश चौधरी सहयोग कर रहे हैं।