होशंगाबाद। युवा समागम आयोजन समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को जिले के 17 मंडलों में 25 स्थानों पर जैविक व पारंपरिक होलिका दहन कार्यक्रम होंगे।
जिलाध्यक्ष प्रांशु राने ने बताया कि सनातन काल से ही गाय के गोबर के कंडों से होलीका दहन होता था, लेकिन धीरे-धीरे इस अनुष्ठान में अत्यधिक मात्रा में लकड़ी का उपयोग होने लगा। यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है। समाज में जनजागरण लाने हेतु यह आयोजन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि भाजयुमो द्वारा 16 मार्च को होशंगाबाद जिला मुख्यालय पर युवा समागम होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रप्रेम की अलख जगाना, पर्यावरण संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए जनजागरण, केंद्र व राज्य सरकार की जन हितैषी योजनाओं की जानकारी देना, समागम की तैयारियां प्रारंभ हो चुकी है। युवा समागम में प्रत्येक मंडल से हजारों युवा कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।