कृषि उपज मंडी में सभी तैयारी पूर्ण, नए भवन से होगा संचालन
इटारसी। राष्ट्रीय कृषि बाज़ार इटारसी में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस से अस्तित्व में आ जाएगा। इस दिन से इटारसी और आसपास के किसान अपनी उपज को पूरे देश में कहीं भी बेच सकेंगे। इससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा और स्थानीय व्यापारियों और देशभर के व्यापारियों के मध्य स्वस्थ स्पर्धा भी होगी।
राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के तहत किसान अपने 25 तरह के कृषि उत्पादों की नीलामी के जरिये बेहतर कीमत हासिल कर सकेंगे। राष्ट्रीय कृषि बाज़ार योजना यह उम्मीद जगा रही है कि देश के किसी कोने में किसी कृषि उत्पाद की आसमान छूती कीमत और दूसरे कोने में खरीदार नहीं मिलने पर उसे मंडी में फेंकने जैसी नौबत नहीं आयेगी। माना जा रहा है कि नयी ई-मंडी मांग और आपूर्ति के बीच की कड़ी को दुरुस्त करने में मददगार होगी। बेची गयी फसल की कीमत किसानों के बैंक खाते में जाने से यह उम्मीद भी की जा सकती है कि खरीद-बिक्री में पारदर्शिता आयेगी।
यह है पूरी योजना
केन्द्र शासन ने किसानों को राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाइन उपज बिक्री शुरू करने की योजना बनाई है। इस योजना में इटारसी मंडी को भी शामिल किया है। कृषि उपज मंडी ने इसके लिए तैयारियां लगभग अंतिम चरण में है, और गणतंत्र दिवस के मौके पर इसका शुभारंभ होने की उम्मीद है। इस येाजना से उपज की ऑनलाइन नीलामी से किसानों को उपज के अच्छे दाम मिल जाएंगे। वहीं व्यापारी भी अपनी पसंद का माल खरीद सकेगा। इसके लिए मंडी को हाईटेक किया गया है। इस योजना के लिये ऑनलाइन प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए किसानों को मंडी में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्टर्ड किसान ही यहां नीलामी प्रकिया में हिस्सा ले सकेंगे। इस योजना के लिये किसानो के विशेष रजिस्टे्रशन कार्ड बनाये जायेंगे।
ऐसे बिकेगी किसानों की उपज
किसाना अपनी उपज को लेकर मंडी में उपज का ढेर लगाएंगे। मंडी के कर्मचारी उपज का सेंपल लेकर उसकी ग्रेड तय करेंगे। ग्रेडिंग पर्ची को कंप्यूटर में ऑनलाइन कर दिया जाएगा, जिसे देखकर देश के रजिस्टर्ड व्यापारी उपज खरीदने के लिए ऑनलाइन बोली लगाएंगे। ऑनलाइन बिक्री के लिए ई-आक्शन हाल बनाएंगे। गुणवत्ता जानने के लिए ग्रेडिंग मशीन रखेंगे। कम्प्यूटर और एलईडी स्क्रीन रखेंगे। ई कांटे पर उपज का तौल होगा। ऑनलाइन उपज खरीदने वाले व्यापारियों को तौल के दौरान वजन की जानकारी भी लेंगे। इसके अलावा मंडी में सैंपल स्टोरेज भी बनाएंगे।
ये है अभी तक तैयारी
तीस लाख रुपए की राष्ट्रीय कृषि बाज़ार योजना के लिए पहली किश्त 15 लाख रुपए इटारसी कृषि उपज मंडी को प्राप्त हो चुकी है। इस राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र केन्द्र को भेजने के बाद शेष पंद्रह लाख की राशि मिलेगी। पहली किश्त से आठ कम्प्यूटर सेट क्रय किए गए हैं जिनमें छह हाल में लगाए गए हैं, एक गेट पर, एक लैब में लगाया जाएगा। शुरुआत चना जिंस से होगी। मंडी की तरफ से भी दस से बीस लाख रुपए खर्च करने की योजना है। मंडी के वर्तमान कार्यालय के पीछे एक आक्शन प्लेटफार्म बन रहा है। कम्प्यूटर आपरेटर्स को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
इनका कहना है…
हमारी तैयारी लगभग अंतिम चरण में है। गणतंत्र दिवस के मौके से इसकी शुरुआत करने की योजना है। इससे लायसेंसधारी व्यापारी जुड़े हैं। पूरे देश के व्यापारी उपज की गुणवत्ता देखने के बाद ऑनलाइन बोली लगाएंगे। इससे किसानों को फायदा होगा।
सुनील गौर, मंडी सचिव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा अनुरूप राष्ट्रीय कृषि बाज़ार योजना की शुरुआत 26 जनवरी से की जाना है। हमारी इस विषय में विधानसभा अध्यक्ष डॉ।सीतासरन शर्मा से बात हो चुकी है।तैयारी लगभग पूर्ण है, इस योजना से किसानों को फायदा होगा।
विक्रम तोमर, मंडी अध्यक्ष
मंडी समिति की बैठक में सभी प्रस्ताव पारित
कृषि उपज मंडी समिति की एक बैठक आज दोपहर मंडी सभागार में हुई जिसमें पांच प्रस्तावों पर सदस्यों से सहमति व्यक्त कर पारित किए। बैठक में अध्यक्ष विक्रम तोमर, सचिव सुनील गौर, हम्माल-तुलावटी प्रतिनिधि नर्बदा प्रसाद यादव सहित समिति के सदस्य मौजूद थे। सचिव श्री गौर ने बैठक में जानकारी दी कि नए लायसेंस के लिए कार्यालय को तीन और लायसेंस नवीनीकरण के लिए चार आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा फरवरी में सेवानिृत्त होने वाले वरिष्ठ लिपिक की दो वर्ष के लिए संविदा आधार पर नियुक्ति के लिए कर्मचारियों की तरफ से हस्ताक्षरयुक्त आवेदन मिला है। कर्मचारियों का मानना है कि अभी वरिष्ठ लिपिक के अनुभवों की मंडी को जरूरत है। सचिव ने बताया कि शासन से ऐसा प्रावधान भी है। इसके अलावा नए भवन के लिए फर्नीचर क्रय करने का एस्टीमेट भी तैयार हो चुका है। सदस्यों ने सभी प्रस्तावों पर अपनी सहमति प्रदान की।