- – मिली भगत कर 7346.5 क्विंटल अमानक मूंग खरीदी
- – हर खरीदी में चर्चा में रही है टेकापार समिति की
राजेश शुक्ला, सोहागपुर। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा समर्थन मूल्य पर की गई मूंग खरीदी में करोड़ों के घोटाले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
राम वेयरहाउस करणपुर में खरीदी कर रही सेवा सहकारी समिति टेकापार ने मिली भगत कर 5.69 करोड़ की अमानक मूंग बेईमानी पूर्वक खरीद कर शासन को करोड़ों का चूना लगा दिया है। इसको लेकर कृषि कल्याण विभाग द्वारा समिति प्रभारी वीरेंद्र रघुवंशी, एलटीसी कमर्शियल कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के सर्वेयर दीपक मौर्य एवं नाफेड सर्वेयर मनोज विश्वकर्मा के खिलाफ पुलिस थाने में बेईमानी पूर्वक अमानक मूंग खरीदने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। फरियादी वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी राम अवतार राजपूत द्वारा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है कि आरोपियों द्वारा बेइमानीपूर्वक 7346.5 क्विंटल अमानक मूंग खरीदी गई है।
दरअसल राम वेयरहाउस करणपुर में खरीदी कर रही सेवा सहकारी समिति टेकापार के केन्द्र पहुंचकर जिले के अधिकारियों के एक दल द्वारा का निरीक्षण किया गया था। जिसमें जांच दल ने बहुत बड़ी मात्रा में अमानक मूंग खरीदने के साथ कई अनियमितताएं होना पाई थी। जिसका जांच पंचनामा जांच दल में शामिल अधिकारियों ने आरोपियों की मौजूदगी में बनाया था। जानकारी अनुसार 28 जुलाई 2023 को कृषि कल्याण विभाग जिला नर्मदा पुरम के उपसंचालक द्वारा वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी को मूंग उपार्जन केंद्र राम वेयर हाउस में खरीदी कर रही संस्था सेवा सहकारी समिति टेकापार के प्रबंधक वीरेंद्र रघुवंशी पिता जय राम रघुवंशी निवासी रघुवंशीपुरा सोहागपुर, एलटीसी कमर्शियल कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के सर्वेयर दीपक मौर्य पिता लखनलाल मोर्य निवासी खापरखेड़ा एवं नाफेड की ओर से नियुक्त सर्वेयर मनोज विश्वकर्मा पिता सीताराम विश्वकर्मा निवासी नया खेड़ा जिला सागर के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के लिए निर्देशित किया गया था। जिस के परिपालन में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी सोहागपुर रामावतार राजपूत ने पुलिस थाने में लिखित आवेदन दिया था।
शुक्रवार 25 अगस्त शाम को इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 420,34 में आपराधिक प्रकरण दर्ज का विवेचना में लिया है। मूंग खरीदी में सभी केंद्रों पर हुई है अनियमितताएं केवल सेवा सहकारी समिति टेकापार द्वारा मूंग खरीदी में अनियमिताएं नहीं की गई हैं, बल्कि विकासखंड के सभी मूंग उपार्जन केन्द्रों पर मिली भगत से अमानक मूंग खरीदी गई तथा तत्कालीन समय में किसानों द्वारा सर्वेयर एवं समिति प्रभारियों पर राशि वसूलने के आरोप लगाएं जाते रहे हैं। विकासखंड के अंतर्गत 9 खरीदी केंद्र जो विभिन्न वेयरहाउस में बनाए गए थे जिनमें आज भी यदि जांच की जाए तो अमानक मूंग रखी हुई है जो समर्थन मूल्य पर खरीदी गई है।कृषि विभाग एवं खरीदी में शामिल सभी विभागों को चाहिए कि वेयर हाउस पहुंचकर खरीदी गई मूंग की जांच करें तथा सेंपल का अवलोकन करें। इस मामले में कहना ना होगा कि खरीदी से जुड़े अधिकारी भी लापरवाह रहे हैं और अनियमिताओं की अनदेखी की गई है जिसकी वजह से शासन को नुकसान उठाना पड़ रहा है।