
जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी (Dr. Mukherjee) को याद किया
इटारसी। भारतीय जनसंघ (Jansangh) के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) का 119 वॉ जन्मदिवस(Birthday) श्री दुर्गा नव गृह मंदिर (Shri Navgrah Durga Mandir) में मनाया गया। डॉक्टर मुखर्जी के तैल चित्र पर उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता प्रमोद पगारे, जितेंद्र अग्रवाल, ओमप्रकाश नामदेव, महेंद्र पचोरी, गोपाल नामदेव, पं. विनोद दुबे, पं. सत्येंद्र पांडे एवं पं. पीयूष पांडे उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक प्रमोद पगारे (Pramod Pagare) ने अपने उद्घोधन में कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस देश के दो निशान और दो प्रधान सपने समाप्त हो चुके हैं। अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत का एक ही निशान और एक ही प्रधान है। धारा 370 (Section 370) कश्मीर से हटाने का जो नारा डाक्टर मुखर्जी ने दिया था। आज वह सफल हुआ है। प्रमोद पगारे ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके बताए मार्ग पर चलें। समरसता का वातावरण पैदा करें।
ऊंच-नीच का भेदभाव खत्म करें, और सबको साथ लेकर चले। प्रमोद पगारे ने कहा की चीन (China) के द्वारा भारत (Bharat) की जमीन पर भारत के सैनिकों पर अत्याचार किए जाने और भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर आज डॉ. मुखर्जी को विशेष रूप से याद किया जा रहा है। पूर्व की सरकार की गलतियों के कारण एलएसी का मामला अभी तक तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अब मोदी राज है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भारत मां के सच्चे सपूत हैं और वे डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) का सपना साकार करेंगे। अंत में सभी ने अपने स्थान पर खड़े होकर सोशल डिस्टेंस (Social distance) का पालन करते हुए 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि डॉक्टर मुखर्जी को दी।