- – जिले में कहीं भी नही बनी उपार्जित स्कंद के खराब या क्षतिग्रस्त होने की स्थिति
- – 30, 31 दिसंबर 2024 और 01 जनवरी 2025 तक समर्थन मूल्य पर उपार्जन स्थगित
नर्मदापुरम। वर्षा की संभावना को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने धान उपार्जन कार्य में अस्थायी स्थगन की घोषणा की है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार, 30, 31 दिसंबर 2024 और 01 जनवरी 2025 (तीन दिन) समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन कार्य स्थगित रहेगा। इस अवधि में जिन किसानों ने धान विक्रय हेतु स्लॉट बुक किया है, उनकी स्लॉट की वैधता अवधि 5 कार्य दिन बढ़ा दी गई है।
किसानों को इस बारे में एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जायेगा। 02 जनवरी 2025 से किसानों द्वारा नियमित रूप से उपार्जन केन्द्रों पर धान का विक्रय किया जा सकेगा। ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को समर्थन मूल्य पर धान विक्रय का अवसर देने हेतु उपार्जन की अंतिम तिथि 20 जनवरी 2025 से बढ़ाकर 23 जनवरी 2025 तक कर दी गई है। उपार्जन समिति से प्राप्त जानकारी अनुसार नर्मदापुरम जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी कार्य सुचारू रूप से चल रहा है और अब तक कुल 64 उपार्जन केन्द्रों पर 88,048.679 मीट्रिक टन धान खरीदी गई है। इस धान का 91.21 प्रतिशत (77,865.165 मीट्रिक टन) परिवहन और भंडारण कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके साथ ही, किसानों को 73.45 करोड़ रुपये का भुगतान जेआईटी के माध्यम से सफलतापूर्वक किया जा चुका है।
जिले में 49 खरीदी केन्द्र गोदाम स्तर पर संचालित हैं, और 20 दिसम्बर को कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक ने उपार्जित धान को गोदामों में भंडारित करने के लिए विशेष निर्देश जारी किए थे। इसके तहत, अब तक अनुबंधित मिलर्स द्वारा 39,479.00 मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है, और 1,200 मीट्रिक टन चावल भी जमा किया है। उल्लेखनीय है कि 28 दिसंबर को जिले में असमायिक वर्षा के कारण कुछ उपार्जन केन्द्रों के गोदामों में रखे उपार्जित धान की बोरियों के निचले हिस्से में हल्की नामी पाई गई है, लेकिन कहीं भी धान के खराब या क्षतिग्रस्त होने की स्थिति नहीं आई है।
कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देशन में जिला स्तरीय एवं उपखंड स्तरीय समितियों द्वारा उपार्जन केन्द्रों का निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है, और वर्षा से बचाव तथा सुरक्षित भंडारण के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। परिवहन एवं भंडारण के निर्देश प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मध्य प्रदेश शासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगामी असमायिक वर्षा से धान के नुकसान को रोकने उचित कदम उठाए जाएं। जारी निर्देशानुसार उपार्जन केन्द्रों पर भण्डारित धान का शीघ्रता से परिवहन कराकर मिलर्स को प्रदाय/गोदामों में भंडारण कराया जाए।
धान परिवहन हेतु अनुबंधित परिवहनकर्ताओं के माध्मय से अधिक से अधिक वाहन लगाए जाएं एवं आवश्यक हो तो अन्य परिवहनकर्ता/वाहनों को अधिग्रहण कर धान का परिवहन कराया जाए। उपार्जन केन्द्रों पर धान के वर्षा से बचाव हेतु समितियों के माध्यम से तिरपाल/इनेज की व्यवस्था कर धान को कवर किया जाए। गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र पर खुले में भंडारित धान को सहकारी समितियों के माध्यम से गोदाम में धान की स्टेकिंग कराई जाए।
मिलर्स द्वारा अनुबंधित धान की मात्रा का उठाव शीघ्रता से कराया जाए तथा अनुबंध न करने वाले मिलर्स से भी शीघ्रता से अनुबंध कराकर धान का उठाव कराया जाए। समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान असमायिक वर्षा से किसी भी दशा में भीग कर खराब न हो। भारत सरकार द्वारा निर्धारित एफएक्यू मापदंड अनुसार धान का उपार्जन किया जाए जिसकी मॉनीटरिंग हेतु अन्य विभाग के अमले को भी लगाया जाए। समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने वाले किसानों के शीघ्र भुगतान हेतु स्वीकृति पत्रक शीघ्रता से जारी कराए जाए।