इटारसी। श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर (Shri Durga Navagraha Temple) में जारी ज्योतिर्लिंग अभिषेक कार्यक्रम के अंतर्गत आज भगवान त्र्यंबकेश्वर (Lord Trimbakeshwar) का अभिषेक किया गया। ज्योर्तिलिंग अभिषेक के लिए श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का विल्ब पत्र, धतूरा और भांग से अभिषेक किया। यजमान देवेन्द्र पटेल, शिवजी गौर, स्वाति पटेल, सरिता गौर ने भगवान का अभिषेक किया। दुर्गा नवग्रह मंदिर लकड़गंज इटारसी में चल रहे शिव पूजन एवं रुद्राभिषेक का समापन 20 अगस्त को होगा। आयोजन को सफल बनाने में सुनील दुबे शिक्षक, अमित मौर्य, गोपाल नामदेव का निरंतर सहयोग मिल रहा है।
इस अवसर पर मुख्य आचार्य पं. विनोद दुबे ने कहा कि नासिक के पास त्रयम्बक नगर है। इस त्रयम्बकेश्वर मंदिर का निर्माण नाना साहिब पेशवा ने कराया था। यहां प्रति सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पालकी निकाली जाती है। पुराने राजा महाराजाओं ने भगवान के सिर का मुकुट और रथ भी प्रदान किया था। इसी स्थान पर 12 वर्ष में कुंभ का विशाल मेला लगता है। नासिक पूरे देश में काल सर्प योग की शांति के लिए माना जाता है। यहां कालसर्प योग समाप्ति हेतु विशेष पूजन अर्चन किया जाता है। एवं संतान प्राप्ति के लिए भी यहां पर विशेष अनुष्ठान होता है। त्रयम्बकेश्वर में शिवलिंग अकेला नहीं है जलहरि में गड्डा है और शंकर महेश विष्णु रूपी तीन लिंग है इन्हें ही त्रयम्बकेश्वर कहते है। इस जगह की खासियत यह है कि केवल शंकर जी के लिंग पर प्रकृति का पानी चौबीस घंटे बहता रहत है। श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर में महिलाओं एवं पुरूषों ने भगवान त्रयम्बकेश्वर अभिषेक कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर ने कम समय में प्रतिष्ठा अर्जित की है और यहां पर हिंदुओ के पवित्र धार्मिक आयोजन होते रहते है। इस मंदिर के आयोजनों की विशेषता यह है कि किसी भी धार्मिक कार्यक्रम के लिए चंदा गड्डी बाजार में नहीं चलती है।