गरीबों के लिए पुलिस और किसान आए आगे

गरीबों के लिए पुलिस और किसान आए आगे

ओझा बस्ती में बांट रहे दोनों वक्त खाने के पैकेट
इटारसी। पुलिस के सहयोग से क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन आगामी पंद्रह दिन तक ओझा बस्ती में रहने वालों को खाने के पैकेट बांटेगा। आज गुरुवार से ही इसकी शुरुआत की है। यह संगठन दोनों वक्त इस बस्ती में जाकर खाने के पैकेट बांटेगा। संगठन का दोनों वक्त डेढ़ सौ पैकेट बांटने का लक्ष्य है।
रविवार को लगे जनता कफ्र्यू के दिन इस बस्ती के लोगों को पुलिस ने यह आश्वासन दिया था कि वे अपने घर से नहीं निकलें, पन्नी और कबाड़ बीनकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले करीब आधा सैंकड़ा ओझा परिवारों को पुलिस संगठन के सहयोग से भूख मिटाने की व्यवस्था कर रही है। अभी क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन ने पंद्रह दिन की जिम्मेदारी ली है, आगे के दिनों के लिए अन्य संगठनों से आगे आने की उम्मीद की जा रही है।
जनता कफ्र्यू में दिया आश्वासन
नगर निरीक्षक डीके चौहान ने बताया कि जनता कफ्र्यू के दौरान ओझा बस्ती के रहने वालों को कहा था कि वे घर से बाहर न निकलें, उनको यहीं पर खाना उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद कुछ संगठनों से संपर्क किया गया और एक संगठन इसके लिए आगे आया है। उन्होंने पंद्रह दिन तक दोनों वक्त खाना देने की सहमति दी और आज पहले दिन हमने यहां उनके साथ आकर खाना वितरण किया है। वे डेढ़ सौ पैकेट रोज दोनों वक्त यहां आकर ओझा बस्ती में वितरित करेंगे। उनके हाथ भी सेनेटाइज करने के बाद खाना बांटा जा रहा है। उनको सफाई रखने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
शुक्रवार से मवेशियों की व्यवस्था

नगर निरीक्षक डीके चौहान का ध्यान लोगों के घरों के भीतर रहने के दौरान मवेशियों की भूख की ओर दिलाया तो उन्होंने कहा कि हम सब्जी विक्रेताओं से मिलकर इसकी व्यवस्था भी करेंगे। शुक्रवार से निर्धारित समय अवधि में बिक्री के बाद जो सब्जियां बचेंगी और कोई देना चाहे तो भूखे मवेशियों के लिए यह चारे के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए थोक सब्जी विक्रेताओं से भी मिला जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ संगठनों से भी इसके लिए हम बातचीत करेंगे। यदि कोई संगठन इस काम के लिए आगे आता है तो उनकी मदद से मवेशियों के लिए भी चारा-पानी का इंतजाम किया जाएगा।
खाना देंगे, ये लोग घरों में रहें
002क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर लोगों को घरों के भीतर रहने के लिए कहा है। संगठन के हरपाल सिंह सोलंकी ने कहा कि हम गरीबों की ओझा बस्ती में पंद्रह दिन तक खाने के पैकेट बांटेंगे। कोरोना जैसी घातक बीमारी से बचाव के लिए यह जरूरी है कि लोग घरों से बाहर न निकलें और सरकार की ओर से मिलने वाले निर्देशों का ईमानदारी से पालन करें। उन्होंने बताया कि एसडीएम, एसडीओपी और टीआई से अनुमति लेकर हमने आज से ओझा बस्ती में भोजन के पैकेट बांटने का यह काम प्रारंभ किया है और आगे पंद्रह दिन तक दोनों वक्त भोजन बांटेंगे।

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AUTHORRohit

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