टीवी सीरियल करने की इच्छा है न की फिल्म : एकता सिंह

(विशेष साक्षात्कार सुनील सोन्हिया एवं अपूर्व शुक्ला द्वारा )
भोपाल। परोपकार का जीवन जीने वाला सच्चा मनुष्य है और वही जीवन का सच्चा कलाकार है जो भौतिकता के महत्व को ना देते हुए व्यवहारिक जीवन को देखे तथा अपने अभिनय से जीवन की यथार्थता को जीवंत कर जाए। यह कहना है थिएटर एवं टीवी सीरियल में अपनी अलग पहचान बनाने में प्रयासरत एकता सिंह का जिन्होंने मात्र 4 साल में अपने कैरियर में छह नाटक में अभिनय से लोगों को कलाकार होने का परिचय दिया। उन्होंने टीवी सीरियल सिलसिला यह प्यार का, सावधान इंडिया एव शार्ट मूवीज़ में भी अपना जलवा बिखेरा। एकता ने बताया कि प्रकाश झा की फिल्म जय गंगाजल में भी उन्होंने अभिनय किया था परंतु किसी कारणवश फिल्म से उनके दृश्य काट दिए लेकिन वह इस से निराश नहीं है। एकता सिंह से की गई बातचीत के प्रमुख अंश…
अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में बताइए
मैं आदिवासी बहुल क्षेत्र जहां आज भी विकास की बहुत अधिक संभावनाएं हैं, शहडोल जिले से हूं। मेरी 12वीं तक की शिक्षा शहडोल में ही हुई। परिवार में मां है मध्यम वर्गीय परिवार से हूं।
कैरियर की शुरुआत कैसे की ?
EKTA SINGH2बचपन से ही फिल्मों में जाने की इच्छा के चलते इप्टा थिअटर ग्रुप को ज्वाइन किया और 12 वीं में थी तभी शहडोल में ही नामदेव सर के निर्देशन में पहला प्ले किया। उच्च शिक्षा हेतु भोपाल आई। यहां पर थिएटर ग्रुप ज्वाइन किया और बालेन्द्र सर के निर्देशन में दो प्ले कर चुकी हूं, तीसरे की तैयारी चल रही है जो कि दिसंबर माह में होने जा रहा है। इसी बीच मॉडलिंग ऑफर मिले तो वह भी किया। टीवी सीरियल एवं फिल्मों हेतु ऑडिशन दिए। चयन हो गया तो वह भी किया। फि़लहाल संघर्ष जारी है, सफलता की तलाश में हूं।
आप को फिल्म में लीड हीरोइन का रोल मिले तो किसके साथ काम करना चाहेंगी
वरुण धवन के साथ फिल्म करना चाहूंगी। चाहे लीड रोल हो या ना हो। मेरी दिली इच्छा है, बस एक बार उनके साथ काम करने का मौका मिले।
किस तरह का रोल करना पसंद है
सभी तरह के रोल करना चाहती हूं, फिर भी ऐतिहासिक रोल जैसेे पद्मावती, रानी लक्ष्मीबाई या किसी भी राजकुमारी या रानी का रोल करने की बहुत ख्वाहिश है।
किन कलाकारों को पसंद करती है
दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन जी की बहुत बड़ी फैन हूं।
थिएटर एवं फिल्म पब्लिक टीवी किसे प्रमुखता देती हैं?
थिएटर वो जगह है जहां से आप अभिनय का क, ख, ग सीखते हैं। मुझे अभी बहुत कुछ सीखना है। इसलिए थिएटर को ज्यादा महत्व दे रही हूं। कुछ सीखने के बाद ही टीवी या फिल्मों की और रुख करूंगी।
फिल्म या टीवी सीरियल क्या करना चाहेंगी
मुझे टीवी सीरियल करना ज्यादा अच्छा लगता है, क्योंकि फिल्मों में लड़कियों को ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं मिलता। फिर भी अच्छा रोल मिलेगा तो फिल्म भी करूंगी।
युवाओं के लिए कोई संदेश
मैं खुद अभी सीख रही हूं, मैं क्या संदेश दूं। विशेषकर लड़कियों से बस यह कहना चाहती हूं, इंडस्ट्री में बहुत सोच समझकर कदम रखें। पूर्ण तैयारी के साथ जाए,ं किसी प्रलोभन में न फंसे। यदि आपके अंदर अभिनय क्षमता है, तो उसे प्रकट करें एवं अच्छे तथा सच्चे फिल्मकारों के साथ काम करें।

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