पोषण पाठशाला : संतुलित भोजन की जानकारी दी
इटारसी। राष्ट्रीय पोषण मिशन के अंतर्गत स्कूलों में छात्र-छात्राओं को खानपान के प्रति जागरुक बनाने युवा कम्युनिकेटर आशी चौहान का अभियान पोषण पाठशाला के माध्यम से चल रहा है। वे स्कूलों के साथ ही गांव की महिलाओं को भी संतुलित आहार के लाभ बता रही हैं।
ग्रामीण अंचलों में आशी चौहान ने पोषण पाठशाला के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं को समझाते हुए कहा कि शरीर को उचित पोषण नहीं मिलने से अंदर खून की कमी होने लगती है। इससे कई गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने ज्यादातर आयरन युक्त भोज्य पदार्थ अपने संतुलित आहार में शामिल करें। इससे शरीर के अंदर खून की कमी न होने पाए। उन्होंने बताया कि देश के अंदर सबसे ज्यादा एनीमिया की समस्या उभर कर आ रही है। इसका मुख्य कारण ये है कि हम अपने भोज्य पदार्थों में असंतुलित आहार का उपयोग अत्यधिक मात्रा में करने लगे हैं, जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है।
हमें अपने भोजन में हरी सब्जियां, दाल, चावल, रोटी के साथ अचार, पापड़ का भी उपयोग करना चाहिए। साथ ही सलाद और फलों का भी उपयोग खाद्य पदार्थों में शामिल करना चाहिए। हो सके तो अपने खाने पीने में चुकंदर का अत्यधिक मात्रा में उपयोग करें, क्योंकि चुकंदर के अंदर सबसे ज्यादा आयरन पाया जाता है, जो हमारे शरीर के अंदर खून की कमी को पूरा करता है साथ ही खून को बैलेंस भी करता है। गर्भवती और किशोरी बालिकाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति हमेशा सचेत रहने की आवश्यकता है। अपने खाने पीने पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। आंगनबाड़ी केंद्र से मिलने वाली साप्ताहिक आयरन की गोली खाएं। इससे शरीर के अंदर आयरन की जो कमी आ रही है, उसकी पूर्ति हो सके। सुश्री चौहान ने छात्र-छात्राओं को स्वच्छता एवं पोषण मिशन अंतर्गत राजीव गांधी किशोरी सशक्तिकरण योजना, उज्ज्वला योजना, स्वाधार योजना, बालिका समृद्धि योजना, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना तमाम योजनाओं की जानकारी दी।