पीआईसी की बैठक में लिये ये महत्वपूर्ण निर्णय….

इटारसी। आज शाम नगर पालिका अध्यक्ष के कक्ष में पीआईसी की बैठक हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर निर्णय लिए गए। अध्यक्षीय परिषद ने खाली प्लाट्स, पेयजल, तालाब की जांच रिपोर्ट सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुधा अग्रवाल, सीएमओ अक्षत बुंदेला, सभापति राकेश जाधव, रेखा मालवीय, सरोज उईके, भरत वर्मा, जसबीर छाबड़ा, महेन्द्र चौधरी भी मौजूद थे।
पीआई ने निर्णय लिया है कि शहर में खाली पड़े प्लाट, स्वच्छता के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं। इनमें पड़ा कचरा, भरा गंदा पानी नगर पालिका के लिए सिरदर्द बन रहा है। ऐसे करीब सवा तीन सौ प्लाट्स हैं जो खाली हैं और उनमें से लगभग आधे के मालिकों का पता नहीं चल रहा है। जिनके मालिकों का पता नहीं है, उनको अधिग्रहण किया जाए।
नपा ने पिछले वर्षों में इसमें से कई प्लाट्स के मालिकों को नोटिस जारी कर सफाई और बाउंड्री नहीं होने पर जर्माना भी वसूला है, लेकिन कई ने जुर्माना भरने के बावजूद बाउंड्री नहीं की और कई प्लाट्स के तो मालिकों का ही अता-पता नहीं है। इनमें पड़ी गंदगी चुनौती बन रही है। अब नपा की अध्यक्षीय परिषद ने ऐसे प्लाट्स के लिए निर्णय लिया है कि इनको राजसात करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी को पत्र लिखा जाए।
डेढ़ सौ के मालिक लापता
शहर में करीब सवा तीन सौ ऐसे खाली प्लाट्स हैं, जिनमें उस क्षेत्र के लोग कचरा फैक रहे हैं, इनमें से कई में तो गंदा पानी भरा है और यह गंदगी उस क्षेत्र के निवासियों के लिए बीमारी का सबब बन रही है। पिछले कई वर्षों से नगर पालिका लगातार नोटिस दे रही है और पिछले करीब दो वर्ष से आधा दर्जन प्लाट्स के मालिकों को नोटिस देकर जुर्माना भी वसूला जा चुका है। करीब डेढ़ सौ ऐसे प्लाट्स हैं, जिनके मालिकों का पता नहीं है। ऐसे प्लाट्स का अधिग्रहण करने एसडीएम को पत्र लिखा जाएगा। पहले ज्ञात खाली प्लाट मालिकों को नोटिस देकर दस दिन में बाउंड्री करने को कहा जाएगा। इसके बाद हर माह पांच सौ रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।
जिम्मेदारी तय की जाएगी
तालाब सौंदर्यीकरण कार्य में हुई कथित अनियमितता की जांच रिपोर्ट आज सीएमओ अक्षत बुंदेला ने पीआईसी में रखी। पीआईसी मेंबर्स ने तय किया है कि इसमें सब इंजीनियर का पक्ष नहीं लिया है। सब इंजीनियर एसके बोहरे को अपना पक्ष रखने के लिए पत्र लिखा जाएगा। इसके अतिरिक्त तालाब का अपूर्ण कार्य को पूर्ण करने विशेष निधि की मांग की जाएगी। तकनीकि स्वीकृति लेकर कार्य प्रारंभ कराया जाएगा। पीआईसी ने निर्णय लिया है कि 2018 में तालाब का कार्य पूर्ण कर लिया जाए। तालाब निर्माण में यदि आर्थिक अनियमितता पायी जाती है तो इसकी जिम्मेदारी तय करके सक्षम अधिकारी के पास कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
कचरा अड्डा की बदलेगी सूरत
न्यास कालोनी बायपास पर शहर का मुख्य कचरा अड्डी की सूरत बदलने को निर्णय भी प्रेसीडेंट इन कौंसिल में लिया है। इसके दो प्रस्ताव थे। एक में इस स्थान पर गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करके खाद बनाने की प्रक्रिया की जाए। इसी तरह से इस मैदान पर कचरा खत्म करने के बाद इसके सौंदर्यीकरण के लिए यहां घास उगाने का कार्य किया जाए। इससे यहां का कचरा भी खत्म हो जाएगा और यह स्थान घास लगने से हरा-भरा होकर सुंदर भी लगने लगेगा। इस योजना पर तेजी से काम करने की बात पीआईसी ने तय की है। इस पर अमल होता है तो शहर के लोगों की एक बड़ी समस्या और शिकायत को खत्म किया जा सकेगा।
इन पर भी सहमति
* मेहराघाट जल आवर्धन योजना का पानी एक माह में शहर को देना शुरु करें
* समझाईश के बाद भी कचरा मिलने पर 133 के अंतर्गत न्यूसेंस की कार्रवाई
* स्वच्छ सर्वेक्षण में वार्ड के पार्षदों के नेतृत्व में नपा की टीम काम करेगी
* जहां जरूरत होगी, वहां प्राथमिकता से नलकूप का उत्खनन कराया जाए

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