भांजा ही निकला मामा का हत्यारा
इटारसी। केसला के आदिवासी गांव छीतापुरा के एक खेत में 28 जनवरी को हुई हत्या का खुलासा हो गया है। केसला पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपी ने जादू-टोना करने के संदेह में अपने ही दूर के मामा की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी।
केसला पुलिस के अनुसार आरोपी भुरु सिंह पिता बारेलाल उईके ने ही मूलचंद धुर्वे की हत्या की है। मूलचंद के बेटे अनिल धुर्वे ने 29 जनवरी को केसला थाने में सूचना दी थी कि 28 की रात करीब 8:30 बजे उसके पिता मूलचंद खेत में चने की फसल की रखवाली करने गए थे। सुबह 10:30 बजे उसका बेटा अमित उन्हें खाना देने गए तो रोता हुआ वापस आया और बोला कि बाबा का सिर नहीं है। वह परिवार के साथ खेत पर पहुंचा तो देखा पिता मृत पड़े हैं।
केसला पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया था। मामले के खुलासे के लिए एसपी ने चार टीम गठित की थी जिसने गांव में पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पता चला कि मूलचंद पडि़हारी करता था। पुलिस को संदेह था कि जादू-टोने के शक में हत्या हुई होगी। इस पहलू पर जांच प्रारंभ की तो पता चला कि घटना वाली रात मूलचंद के दूर के भांजे को खेत तरफ जाते देखा था। घटना के बाद से ही उसने नए कपड़े लिए और उनको ही पहने रहा। नवदुर्गा के वक्त भुरू ने मूलचंद को जान से मारने की धमकी भी दी थी। आरोपी पुलिस को देखकर भागा भी था। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने घटना के पांच दिन बाद ही आरोपी भुरु ने मूलचंद के नाती अमित को भी धमकाते हुए कहा था कि जैसे तेरे बाबा का हाल किया, तेरा भी कर दूंगा। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी ने बताया कि उसका मामा पडि़हारी करता था और उसने जादू-टोना किया था जिससे बड़ा भाई कुचकू पागल हो गया। वह स्वयं भी मरते-मरते बचा है। 28 जनवरी को खेत पर अकेला पाकर उसने रात 3:30 से 4 बजे के बीच मूलचंद की हत्या कर दी। पहले गर्दन और मुंह पर कुल्हाड़ी मारी तथा कोई पहचाने नहीं इसलिए तार की फैंसिंग से चेहरा बिगाड़ दिया। मारने के बाद कुल्हाड़ी व सेंडिल घर के अंदर भूसे में दबा दी और कपड़े खेत में जला दिए। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व अन्य सामग्री जब्त की।