गोलीकांड : नाचने-गाने से मना किया, नहीं माने तो मार दी गोली

आरोपी पुजारी सहित तीन गिरफ्तार
इटारसी। सब्जी मंडी स्थित शनि मंदिर के गर्भगृह के द्वार पर रंगपंचमी की रात करीब साढ़े 9 बजे हुए गोली कांड का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार रंगपंचमी पर नाच-गाने को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने मामले में आरोपी महेश शर्मा पिता रामकिशन शर्मा 48 वर्ष, निवासी महर्षि कालोनी इटारसी, लच्छू उर्फ लक्ष्मण रैकवार पिता रेवा प्रसाद 32 वर्ष निवासी पुरानी इटारसी, भवानी कहार पिता तुलसीराम 37 वर्ष निवासी नयायार्ड इटारसी को गिरफ्तार कर लिया है। महेश शर्मा से लायसेंसी 12 बोर की बंदूक मय कारतूस तथा भवानी के पास से पाइप जब्त किया है। शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है।
घटना में घायल छुट्टू उर्फ विशाल पिता प्रेम तिलोटिया 25 वर्ष, निवासी एलआईसी आफिस के पास ने पुलिस को जो कहानी बतायी उसके अनुसार शनि मंदिर के पीछे मोहल्ले के ही बबला, तन्ना, सुमित, वरुण वगैरह साउंड बाक्स लगाकर नाच-गाना कर रहे थे कि रात पौने 9 बजे शनि मंदिर का पुजारी महेश शर्मा आया और बोला कि नाच-गाना बंद करो मंदिर का काम चालू हो रहा है। छुट्टू ने कहा कि हम कोई फालतू गाने नहीं बजा रहे हैं, इस पर महेश शर्मा ने उसकी कालर पकड़कर मारना शुरु किया तो मोहल्ले के लोगों ने उसे बचाया और घर ले जाने लगे। इस बीच मंदिर के सामने महेश शर्मा एवं लच्छू उर्फ लक्ष्मण ने उसे खींचकर मंदिर के भीतर ले गए जहां भवानी और विकास उपाध्याय पहले से ही अंदर थे। किसी ने लोहे के पाइप से उसे मारा। छुट्टू के चिल्लाने पर सुमित पिता मांगीलाल बनोरिया 25 साल उसे छुड़ाने आया उसी समय महेश शर्मा ने मंदिर में रखी उसकी लायसेंसी बंदूक से सुमित के पेट में गोली मार दी। सुमित वहीं मूर्ति के पास गिर पड़ा। इस दौरान चारों आरोपी भाग गए। मोहल्ले के लोगों ने उसे उपचार के लिए अस्पताल लेकर गए। पुलिस ने आरोपियों पर धारा 307/34 भादवि, 30 आम्र्स एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया है।

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घटना के बाद पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना देर रात अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण भी किया और गोलीकांड के पीडि़तों के हाल जानने दयाल हास्पिटल भी पहुंचे। उन्होंने रात को ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसडीओपी अनिल शर्मा के नेतृत्व में टीआई रामस्नेह चौहान, एसआई मदन पवार, अशोक बरबड़े, लवकुश शर्मा, एएसआई संजय रघुवंशी, भूपेश, हेमंत, भागवेन्द्र, अरविंद, जयपाल, सुनील की टीम बनायी थी जिन्होंने रात को ही विभिन्न स्थानों पर दबिश दी, नतीजे में आज आरोपियों ने पुलिस के सामने मय हथियार आत्म समर्पण कर दिया।

खुद पहुंचे थे, मंदिर में लडऩे
इधर आरोपियों के परिजनों का कहना है कि कुछ लोग जिनमें दोनों घायल भी शामिल हैं, मंदिर के सामने एक सब्जी वाले को मार रहे थे, पुजारी महेश शर्मा उसे बचाने पहुंचे और डांट-डपट कर सब्जी वाले को बचाया। सब्जी वाला तो अपना सामान आदि लेकर वहां से चला गया। बाद में सुमित और छुट्टू ने मंदिर के भीतर पहुंचकर महेश शर्मा पर हमला कर दिया। इस दौरान अपने बचाव में उन्होंने बंदूक चला दी जो सुमित को लगी है, आज स्वयं महेश शर्मा ने सिरेंडर किया है।

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