संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने को दी समझाइश

होशंगाबाद। स्वास्थ्य विभाग ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने सभी लोगों को समझाइश दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा है कि यदि परिवार को गर्भवती महिला में अन्य खतरे के कोई लक्षण दिखाई दे तो उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाकर उसका उपचार सुनिश्चित किया जाए।
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला आशा, एएनएम तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क करे। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत अपना पंजीकरण कराएं। पंजीकरण पीएमएमवीवाई के अंतर्गत करायें और जननी सुरक्षा के अंतर्ग संस्थागत प्रसव का लाभ उठाएं। बताया कि यदि गर्भवती महिला को सांस लेने में कठिनाई के साथ उसके शरीर में गंभीर कमी हो जाती है या महिला को दौरा पड़ता है या धुंधला दिखाई देता है अथवा सिर दर्द, उल्टी पूरे शरीर में सूजन होती है तो उसे तत्काल अस्पताल में पहुंचाया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी निर्देश में कहा है कि गर्भावस्था के दौरान महिला को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आंगनबाड़ी केन्द्र से मिले पूरक पोषण आहार का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। भोजन के बाद महिला कुल्ला अवश्य करें और दिन में कम से कम 2 बार ब्राश अथवा दांतोन करें। महिला दिन में कम से कम 2 घण्टे आराम करे इसके अलावा रात में 8 घण्टे की नींद लें। महिला केवल आयोडीन युक्त नमक का उपयोग करे। समय समय पर चिकित्सक से सलाह दें तथा अपना प्रसव जिला चिकित्सालय अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ही करायें।

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