पारिश्रमिक 450 रुपए, ओवरटाईम 50 रुपए तय

इटारसी।

पूड़ी बनाने एवं बेलने महिलाओं को इनके अधिकारों के लिए जागरूक करने हेतु सहयोग संगठन आगे आया है। संयोजक प्रमोद पगारे ने आज श्री प्रेमशंकर दुबे स्मृति पत्रकार भवन में करीब दो सौ महिलाओं से संवाद कार्यक्रम में बातचीत की। महिलाओं से बातचीत के बाद जो निष्कर्ष निकला उसके अनुसार पूड़ी बनाने और बेलने वाली महिलाओं को हलवाई अथवा केटर्स के द्वारा 8 घंटे की मजदूरी 450 रुपए और ओवरटाइम 50 रुपए प्रतिघंटे के हिसाब से भुगतान करना होगा।
सम्मेलन की अध्यक्षता सावित्री बाई सराठे ने की। इंदु बाई सिहोतिया तथा चंदाबाई महोबे भी मंच पर उपस्थित थी। श्रीमती चंदाबाई महोबे ने संवाद सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम महिलाओं को 12 से 18 घंटे काम करने पर केवल 300 रुपए दिये जाते हैं और कोई ओवरटाइम नहीं दिया जाता है। सावित्रीबाई सराठे ने कहा कि  72 साल की उम्र में भी वे पूड़ी बनाने जाती है लेकिन 300 रुपए से ऊपर नहीं दिये जाते। 3-3 शिफ्ट का काम कराया जाता है। मुन्नीबाई ने कहा कि पूड़ी तलते समय कोई महिला अगर जल जाये तो उसका उपचार कराने में आना कानी की जाती है।  कलाबती बाई ने कहा कि देर रात्रि में महिलाओं को घर छोडऩे की कोई व्यवस्था नहीं रहती है। कुछ हलवाई हमारी मजदूरी 2-2 साल ने नहीं दे रहे हैं।  बाहर की महिलाओं को बुलाकर कम पैसे में अपना काम कराते है। बातचीत के बाद यह निर्णय हुआ कि एक ज्ञापन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा को दिया जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा असंगठित मजदूरों के लिये किये जा रहे कार्यो पर महिलाओ ने सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष का आभार माना।

महिलाओं की यह प्रमुख मांगे 
8 घंटे का न्यूनतम वेतन कुशल मजदूर के रूप में महिलाओं को दिया जाए
ओवरटाइम के लिये प्रतिघंटे 50 रुपए तय किये गये
पूड़ी तलते वक्त जलने पर इलाज का खर्चा केटर्स अथवा हलवाई उठाये
जितने दिन इलाज चलता है उन्हें प्रतिदिन के वेतन का 50 प्रतिशत मिले।
भोजन घर में प्राथमिक उपचार किट एवं फायर सेफ्टी उपकरण  हो।
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