प्री मानसून : बारिश से सड़कें हुई जलमग्न

इटारसी। मानसून की पहली बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है, वहीं सड़कों पर पानी भरने से परेशानी भी दी है। प्री मानसून सक्रिय होने के बाद इटारसी में पिछले 24 घंटे में 88.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। आज प्री मानसून की तेज बारिश हुई। दिनभर पानी बरसने से सड़कें जलमग्न हो गईं। बीते दो बार से बारिश रात में हो रही थी, वह भी कुछ देर। आज दिनभर बारिश होने से लोगों को इस सीजन में पहली बार छाते और बरसाती का सहारा लेना पड़ा। बारिश के कारण गांवों से आने वालों को यहां रोड निर्माण के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सुबह से कभी रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश का जो दौर चला तो दोपहर में प्री मानसून पूरी तरह से अपने रंग में आ गया। बादलों की गरज और बिजली की चमक के साथ प्री मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया और मूसलाधार बारिश ने शहर की गलियां में पानी भर दिया। शहर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले लाइन क्षेत्र की सड़कों पर भी पानी भर गया और बारिश पूर्व नपा की सफाई व्यवस्था कमजोर साबित हो गयी। लाइन क्षेत्र में पानी भरने के अलावा सूरजगंज, सिंधी कालोनी, सोनासांवरी क्षेत्र, पुरानी इटारसी के निचले इलाकों में पानी भर गया। इसके अलावा खाली प्लाट्स में भी बारिश का पानी जमा हो गया तथा नालियां ओवरफ्लो होकर बह रही थीं।

it11618 5

फिर होगी गांवों को परेशानी
एक वर्ष का समय बीत गया और अब तक इटारसी से धरमकुंडी मार्ग तथा इटारसी से मरोड़ा मार्ग बनकर तैयार नहीं हो सका है। पिछले एक वर्ष पूर्व इटारसी रामपुर मार्ग के लिए विधायक विजयपाल तक को धरने पर बैठना पड़ा था। गांव के लोगों ने कई मर्तबा आंदोलन किए, चक्काजाम किया और रोड पर ही सभा करके ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की। बावजूद इसके राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठेकेदार का कुछ नहीं बिगड़ा और उसने जब चाहा तब काम शुरु किया। काम प्रारंभ होने पर गांववालों को उम्मीद थी कि छह माह में रोड बन जाएगी, लेकिन एक वर्ष हो गया और दूसरी बारिश आने के बावजूद रोड पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हो सकी है।

it11618 4
रोड नीचे, नाली ऊपर, कैसे निकले पानी
शिक्षक नगर कालोनी में नगर पालिका की इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना देखने को मिला है। यहां के लोगों ने सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल करके इसकी जानकारी दी है जिसमें रोड के साइड में बनी नाली की दीवार इतनी ऊंची है कि नाली यदि ओवरफ्लो होगी तो रोड पूरी पानी से लबालब भर जाएगी। अमूमन रोड पर भरा पानी नालियों से होकर निकलना चाहिए। रोड के साइड में नालियां भी इसलिए बनायी जाती हैं ताकि पानी सड़क पर भरे तो नालियों से होकर निकल जाए, लेकिन यहां जो नाली है वह रोड से करीब एक से सवा फुट ऊपर है। ऐसे में रोड पर यदि पानी भरेगा तो कैसे निकलेगा। ये तो नगर पालिका के इंजीनियर ही बता सकते हैं।

it11618 6

सारा दिन हुए एक फीडर में बिजली के फाल्ट
मौसम सक्रिय क्या हुआ, बिजली विभाग के दावों की पोल खुलने लगी। मेंटेनेंस के नाम पर घंटे बिजली कटौती करने वाले विभाग के अधिकारियों को आज खुद परेशान होना पड़ा। मालवीयगंज फीडर से जुड़े हिस्सों में सारा दिन बिजली नहीं रही। नाला मोहल्ला, गांधीनगर, मालवीयगंज, लक्कडग़ंज इलाकों में सुबह 11 से शाम करीब साढ़े 5 बजे तक बिजली नहीं रही। एई डेलन पटेल ने बताया कि नाला मोहल्ला में फाल्ट हुआ था। ठीक किया तो दूसरी जगह फिर तीसरी जगह हो गया। इस तरह से सुबह से कई जगह फाल्ट हुआ है। शाम को 33 केवी पर खेड़ा के पास फाल्ट हुआ था जिसे आधा घंटे की मशक्कत के बाद सुधारा जा सका है।
इनका कहना है….
हमने प्री मानसून के सक्रिय होने के बाद कुछ जगह बिगड़ी स्थिति की शिकायत मिलने पर नगर भ्रमण किया है। उन सभी स्थानों पर गए जहां से शिकायतें आयी थीं, निर्देश दे दिए हैं, अब ऐसी स्थिति न बने इसके लिए काम करेंगे। कहीं-कहीं पानी भरा था जो निकल रहा है। ईरानी डेरे पर भी कुछ पानी भरा है, कल वहां पानी न भरे, इसके लिए इंतजाम करेंगे। सफाई के लिए स्वच्छता निरीक्षक और मुकद्दमों की मीटिंग भी ली है।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ
आज बूढ़ी माता सब स्टेशन से जुड़े कुछ क्षेत्र में लगातार फाल्ट होने के कारण सारा दिन परेशानी हुई। विभाग का अमला आज दिनभर फाल्ट तलाशने और उसमें सुधार करने में ही जुटा रहा।
डेलन पटेल, एई बिजली कंपनी

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!