रिपेरियन जोन में कार्य 5 दिन में पूर्ण करें : कमिश्नर

होशंगाबाद। कमिश्नर उमाकांत उमराव ने रिपेरियन जोन की बैठक में ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं एवं मनरेगा के सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों को सख्त चेतावनी जारी की है कि वे अगले 5 दिवस में अपने-अपने आवंटित रिपेरियन जोन में तार फेंसिंग का कार्य पूर्ण करा लें। साथ ही फेंसिंग सही तरीके से लगाएं। सभी सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों को हिदायद दी कि वे काम टालने के उद्देश्य से कोई भी कार्य ना करें। तार फेंसिंग के खंभे डेढ़ फुट तक गाड़े जाएं ताकि बाढ़ की स्थिति में खंभों को नुकसान ना हो। बाढ़ में यदि तार फेंसिंग को कोई हानि पहुंचती है तो संबंधित सहायक यंत्री एवं उपयंत्री से रिकवरी की कार्यवाही की जाएगी। कमिश्नर ने कहा कि कुछ ग्रामों में आसमाजिक तत्वों ने तार फेंसिंग को क्षतिग्रस्त किया है। उन ग्रामों मे एफआईआर की कार्यवाही की गई है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। कमिश्नर ने सभी को हिदायत दी कि वे तार फेंसिंग की खाली पड़ी भूमि पर घास एवं बीजरोपण करें। ढलान वाली जगह पर आंवला, सीताफल, मुनगा, बबूल, बेल के बीज लगाएं। कमिश्नर ने सभी उपयंत्रियों से कहा कि यदि उन्हें पौध रोपण एवं बीजरोपण हेतु ग्रामों में शासकीय जमीन नहीं मिल पा रही है तो वे तत्काल संबंधित एसडीएम से संपर्क करें। एसडीएम उन ग्रामों में शासकीय जमीन उपलब्ध करायेंगे।
कमिश्नर ने कहा कि नर्मदा जी के तट क्षेत्र को हमें पुन: हरा-भरा बनाना है, इसके लिए जल संरक्षण हेतु पौधरोपण का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी सर्वश्रेष्ठ काम करेंगे उन्हें 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा और जो अधिकारी ठीक ढंग से काम नहीं करेंगे उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। कमिश्नर ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में रिपेरियन जोन में बीज रोपण एवं पौधरोपण के कार्य किए। इन सभी कार्यों में ग्राम वासियों ने उत्साह पूर्वक अपनी सहभागिता निभाई। जन समुदाय ने आगे आकर तन-मन-धन से रिपेरियन जोन के कार्य में अपना सहयोग दिया। जब भी ग्रामीणों को बुलाया वे तत्काल आए और उन्होंने विभिन्न वनस्पितियों के बीज, कलम एवं पौधे तथा धन राशि दान में दी। कई उदाहरण मिलते हैं कि कई जगह ग्रामीणों ने रिपेरियन जोन से अतिक्रमण स्वेच्छा से हटा लिया ताकि मां नर्मदा की सेवा में वे अपना योगदान दें सकें। कुछ लोगों ने अपनी जमीन भी पौधरोपण के लिए दे दी। इस वर्ष बीजरोपण कार्यक्रम में 30 से 40 हजार लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई। कमिश्नर ने सभी सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों को निर्देशित किया कि वे 22 जून तक सौंपे कार्य पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

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