बेमियादी हड़ताल : काम पर आएंगे लेकिन कलम नहीं चलाएंगे

इटारसी। मध्यप्रदेश नगर निगम, नगर पालिका कर्मचारी संघ के बैनर तले आज से संपूर्ण मप्र में नगरीय निकाय के कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल के दौरान कर्मचारी काम पर तो आएंगे, लेकिन कलम नहीं चलाएंगे। इस कलमबंद हड़ताल के दौरान नपा दफ्तर के सामने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करेंगे और धरना देकर बैठेंगे। सातवे वेतनमान को लेकर नपा के कर्मचारी पिछले छह माह से चरणबद्ध हड़ताल कर रहे हैं।
सोमवार को नगर पालिका के जिलेभर में करीब साढ़े पांच सौ कार्यालयीन कर्मचारी कामबंद हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान अतिआवश्यक सेवा सफाई और पेयजल से जुड़े कर्मचारियों को हड़ताल से छूट दी गई है। यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो आगामी दिनों में सफाई और पेयजल जैसी अनिवार्य सेवाओं से भी कर्मचारियों को हड़ताल पर बुला लिया जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो गर्मी के दिनों में शहरों की सफाई और पेयजल व्यवस्था चरमरा जाएगी और आमजन के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाएगी।

अनिवार्य सेवा चालू रहेंगी
नगरीय निकाय के वे कर्मचारी जो दफ्तर में काम करते हैं, कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे। जो मैदानी अमला है, वह काम पर रहेगा। इनमें सफाई कर्मचारी और पेयजल व्यवस्था से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं। गर्मी में सफाई व्यवस्था और पेयजल जैसी जरूरी सेवाओं को हड़ताल से मुक्त रखा गया है। लेकिन, प्रादेशिक नेतृत्व से आदेश मिलेंगे तो इन सेवाओं में लगे कर्मचारियों को भी हड़ताल पर बुला लिया जाएगा। प्रदेश स्तर की इस कलमबंद हड़ताल में होशंगाबाद जिले के नगरीय निकायों के कार्यालय में काम करने वाले करीब साढ़े पांच सौ कर्मचारी शामिल होंगे। इटारसी नगर पालिका के करीब सौ कर्मचारी इसमें शामिल हो रहे हैं।

अब तक ऐसे चली हड़ताल
संघ ने मुख्यमंत्री को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा
जनवरी माह में प्रदेश व्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया
भोपाल से उज्जैन वाहन रैली से महाकाल को ज्ञापन सौंपा
अप्रैल माह में प्रदेश स्तरीय एक दिनी कलमबंद हड़ताल की
अप्रैल में ही कर्मचारियों ने संचालनालय का घेराव किया

इनका कहना है…!
नगर पालिका के कर्मचारी अत्यंत कठिन परिस्थिति में भी नगर को अतिआवश्यक सेवाएं देते हैं। सर्दी, गर्मी, बारिश में भी सफाई और पेयजल जैसी व्यवस्था के लिए सुबह से अपने कर्तव्य पर हाजिर हो जाते हैं। ऐसे में हमारी जायज मांगों को शासन स्तर पर स्वीकार करके लाभ मिलना चाहिए।
संजय दुबे, जिलाध्यक्ष कर्मचारी संघ

प्रमुख सचिव और वित्त मंत्री से छह सूत्री मांगों पर चर्चा उपरांत आदेश जारी करने पर सहमति बनी थी, तब कमलबंद हड़ताल स्थगित कर दी थी। डेढ़ माह बीतने पर भी आदेश जारी नहीं किए गए हैं। ऐसे में हमें मजबूरी में हड़ताल करने को बाध्य होना पड़ रहा है।
ओमप्रकाश मालवीय, नगर अध्यक्ष कर्मचारी संघ

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!