परिवहन न होने से समिति ने रोका खरीदी का कार्य

इटारसी। कृषि उपज मंडियों में सरकारी धान खरीदी का काम रुक गया है। परिवहन नहीं होने और मंडियों में खरीदी गई धान का बंपर स्टाक होने से खरीद कार्य रोक दिया है। जिन मंडियों में अब तक खरीदी धान को सुरक्षित रखने के लिए जगह नहीं है, वहां मौसम को देखते हुए खरीदी रोक दी है, ताकि धान खराब न हो।
दरअसल, बारिश की आशंका के चलते खरीद कार्य रोका गया है क्योंकि रैसलपुर उपमंडी में खरीदी गई धान को रखने की पर्याप्त जगह नहीं है और दो दिन पूर्व हुई बारिश से धान के कुछ बोरे आंशिक भीग गए थे। यदि तेज बारिश हो जाती तो अधिक नुकसान सोसायटी को ही उठाना पड़ता। नुकसान अधिक न हो, इसके लिए सोसायटी ने आज खरीद का कार्य रोक दिया था। हालांकि करीब दस ट्राली धान लेकर किसान आ गए थे और उन्होंने खरीद कार्य नहीं होने की शिकायत एसडीएम को कर दी। एसडीएम के हस्तक्षेप से खरीद कर रही सेवा सहकारी समिति सोनतलाई ने उन दस ट्रालियों को मंडी में प्रवेश देकर उनका माल तो खरीद लिया लेकिन आगे से खरीद नहीं करने की मजबूरी उच्च स्तर पर बता दी है।

बीस हजार क्विंटल खरीद हुई
कृषि उपज उपमंडी रैसलपुर में खरीद कार्य कर रही सेवा सहकारी समिति सोनतलाई ने पिछले चार दिन में करीब बीस हजार क्विंटल धान की खरीद कर दी है। उपमंत्री में खरीदी गई धान खुले में पड़ी थी और दो दिन पूर्व अचानक आसमान पर बादल छाए और मावठे की बारिश होने लगी। होशंगाबाद में तेज बारिश हुई और रैसलपुर में रिमझिम बारिश से खरीदी गई धान के बोरे भीगने लगे थे। आनन-फानन में खुले में रखे बोरों को तत्काल शेड के नीचे रखा गया। हालांकि शेड में भी उतनी जगह नहीं है कि खरीदी गई धान के अलावा और खरीदी की जाए। इसलिए आज समिति ने मंडी के गेट बंद कर दिए और बाहर आयी ट्रालियों को भीतर नहीं आने दिया। इसी बीच किसानों ने एसडीएम वंदना जाट को फोन लगाकर मंडी गेट पर ताला लगे होने की जानकारी दी। एसडीएम के हस्तक्षेप से बाहर खड़ी ट्रालियों को भीतर लाकर उनकी खरीदी की गई।

परिवहन न होने से बढ़ी परेशानी
दरअसल, कृषि उप मंडी रैसलपुर में केवल दो शेड बने हैं और वे भी ऐसे नहीं हैं कि तेज बारिश में अनाज को बचाया जा सके। शेड की डिजायन ऐसी है कि यदि साइड से पानी की बौछारें आ गयीं तो अनाज को बचाना मुश्किल हो जाएगा और साइड में जितने भी बोरे रहेंगे सभी भीग सकते हैं। इस वक्त आसमान पर बादलों मौसम है। करीब बीस हजार क्विंटल खरीदी करके बोरों की टैगिंग करके शेड के भीतर रख दिया गया है। अब और खरीदी की गई तो इस खरीदे अनाज को रखने की परेशानी आ जाएगा। बताया जाता है कि अब तक खरीदी गई धान का उठाव होने और परिवहन होने के बाद ही दोबारा अनाज खरीदा जा सकता है। बताया जाता है कि परिवहन के टेंडर हो चुके हैं और और जल्द ही उपमंडी से अनाज का परिवहन किया जा सकता है। अब तक खरीदी धान का परिवहन होने के बाद ही दोबारा धान खरीदी के कार्य में तेजी आ सकेगी।

इनका कहना है…!
हमने सभी सोसायटियों के प्रबंधकों से कहा है कि वे रेडी टू ट्रांसपोर्ट की एंट्री डालें ताकि हमें पता चले कि किस समिति के पास कितना माल परिवहन के लिए तैयार है। परिवहन का काम चालू है, लेकिन जिन सोसायटियों ने रेडी टू ट्रांसपोर्ट की एंट्री नहीं की है, वहां परेशानी आ रही है।
प्रशांत बामनकर, जिला विपणन अधिकारी

हमने अब तक करीब बीस हजार क्विंटल धान की खरीदी कर ली है। उपमंडी में खरीदे गए अनाज को रखने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से आगे खरीदी करने में परेशानी आ रही है। मौसम खराब हो रहा है, ऐसे में और खरीदी कर लेंगे तो उस अनाज को कहां रखेंगे। परिहवहन शुरु होने पर फिर खरीदी की जाएगी।
राजीव दीवान, प्रबंधक सेवा सहकारी समिति सोनतलाई

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!