मध्यप्रदेश के सोहागपुर में दो पक्षों में खूनी संघर्ष में एक महिला की मौत, आरोपी गिरफ्तार

Post by: Rohit Nage

दोनों पक्षों के चार जख्मी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती
संदीप चतुर्वेदी, सोहागपुर।
शासकीय जमीन में आधिपत्य को लेकर ग्राम कोटवार के परिवार व मालवीय परिवार के बीच कहासुनी से शुरू हुई लड़ाई हत्या तक पहुंच गई।

ग्रामीणों ने बताया कि 30- 35 वर्ष से शासकीय जमीन में काबिज मालवीय परिवार द्वारा राजस्व का जुर्माना भी कभी भरा जाता था। लोगों ने बताया कि विनोद मेहरा वगैरह द्वारा खेत में ट्रैक्टर से जोतकर कब्जा करने की नीयत से गए थे जिस पर मृतक महिला व अन्य परिजनों ने आपत्ति दर्ज करते हुए बहस की जिस पर दोनों पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि धारदार हथियार से भी हमला हुआ। इसी दौरान आरोपी विनोद मेहरा ने ट्रैक्टर चलाते हुए महिला को कुचल दिया जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई।

महिला की मौत के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पीएम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा व दोनों पक्षों से चार घायलों को इलाज के लिए सोहागपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। टीआई प्रवीण चौहान ने बताया कि घटना घटित होने के तुरंत बाद एसडीओपी वा वह स्वयं व अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंचकर मृतका को पीएम के लिए व घायलों त्रिलोचन, भूपत सिंह, बहादुर व प्रेमशंकर को सोहागपुर भेजा। मुख्य आरोपी विनोद मेहरा को हिरासत में लिया व अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।

प्रेम प्रसंग के साथ राजस्व की लापरवाही की चर्चाएं

घटना के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला भी बताया जा रहा है। लोगों ने बताया कि जमीन के संबंध में सामाजिक पंचायत के माध्यम से उक्त जमीन को उस परिवार को देने का निर्णय हुआ था, जिस परिवार की लड़की को लेकर मृतक के परिवार का लड़का गया था। मृतका के परिवार ने आवेदन देकर प्रशासन की मदद से खड़ी फसल कटवाई तो वहीं मृतका के परजिनों के अनुसार आरोपी विनोद मेहरा वगैरह को ग्राम के दबंगों का संरक्षण मिलने से उसने खेत में कब्जा करने की कोशिश की जिसका विरोध करने पर माया बाई को मौत के घाट उतार दिया। इन सबके बीच शासकीय जमीन में दोनों पक्षों का अवैध कब्जा था तो राजस्व विभाग आखिर कौन सी नींद सो रहा था? एस डी एम अखिल राठौर का कहना है कि शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा तहसीलदार के माध्यम से हटवाया जायेगा।

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