इटारसी। व्यवहार न्यायालय इटारसी (Civil Court Itarsi) में 13 वीं खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारी (Presiding Officer) एवं प्रथम जिला न्यायाधीश (First District Judge) के न्यायालय में चार वैवाहिक मामलों में सकारात्मक समझौता हुआ, जिसमें दो प्रकरण विवाह विच्छेद एवं दो वैवाहिक संबंधों की पुन: बहाली के लिए थे।
पीठासीन अधिकारी द्वारा विवाह विच्छेद संबंधी मामले के अपने आदेश में, अधिवक्ताओं की सकारात्मक भूमिका सफल समझौते के लिए आवश्यक बताई गई और साथ ही सकारात्मक भूमिका निभाने वाले अधिवक्ताओं आरएन चिमानिया (RN Chimania), एसएन चौधरी (SN Chowdhary), अजय मालवीय (Ajay Malviya) और संजय गुप्ता (Sanjay Gupta) की न केवल प्रशंसा की गई, बल्कि अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से ऐसे अधिवक्ताओं को प्रोत्साहन स्वरूप प्रशंसा पत्र दिए जाने का अनुरोध भी किया गया।
वैवाहिक मामलों में, पति-पत्नी में सहनशीलता का अभाव, पारिवारिक जवाबदारियों के निर्वहन में कठिनाई एवं पति-पत्नी के रिश्तों के मध्य अन्य लोगों द्वारा आवश्यकता से अधिक हस्तक्षेप बढते पारिवारिक विवादों का कारण बताया गया एवं इसीलिए पति-पत्नी के साथ उनके माता-पिता व अन्य रिश्तेदारों व अधिवक्ताओं द्वारा भी इस संबंध में अत्यंत गंभीरता एवं संवेदनशीलता से सोचा जाना नितांत आवश्यक बताया गया, तभी पारिवारिक विवादों का समझौते के रूप में सकारात्मक परिणाम न केवल प्राप्त किए जा सकते हैं, बल्कि पारिवारिक विवादों के बढ़ते मामलों में कमी भी लाई जा सकती है।