महामारी के बीच महिलाओं के लिए फिजिकल के साथ मेंटल फिटनेस भी जरूरी
Health Tips: कोरोना महामारी (Corona Mahamari) के दौर में हम सबके लिए अच्छा स्वास्थ्य सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। अपनी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हर महिला अपनी सेहत का खास ख्याल रखे। निगेटिविटी से दूर रहें, ताकि फिजिकली और मेंटली फिट रह सकें। महिलाएं अक्सर अपनी जरूरतों पर ध्यान नहीं देती हैं, जबकि बेहद जरूरी है कि कम से कम 30 मिनट का समय खुद के लिए निकालें। इस बीच योग करें, मेडिटेशनल म्यूजिक सुनें, अपनी हॉबीज को फॉलो करें या वर्कआउट करें जैसे स्ट्रेचिंग, कार्डियो और जॉगिंग करें।
बच्चों, घर और किचन के बीच दौड़-भाग को अपना वर्कआउट कहने वाली महिलाएं खासतौर पर यह समझें कि कुकर की सीटी बजने पर बेडरूम से किचन तक भागना रनिंग या जॉगिंग नहीं होती। इसके लिए चाहिए कि आप जब एक्सरसाइज करें, तो पूरा ध्यान सिर्फ खुद पर हो। फीमेल्स के लिए जरूरी है कि वे कम से कम 8 घंटे की नींद लें, अक्सर काम के प्रेशर में वे अधूरी नींद लेती हैं या किश्तों में सोना प्रिफर करती हैं। जबकि, साइंटिफिक प्रूफ मिलते हैं कि 8 घंटे की पूरी नींद लेने पर स्ट्रेस हार्मोन कम होते हैं।
सबसे ज्यादा जरूरी है कि बैलेंस्ड और न्यूट्रिशनल डाइट लेना, प्रॉपर हाइड्रेशन अपनी दिनचर्या में शामिल करना। जिसमें सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में हों। कैल्शियम और प्रोटीन की पूर्ति के लिए कम से कम आधा लीटर दूध या दूध से बनी चीजें जैसे दही, पनीर खाने में शामिल करें। मल्टीग्रेन दालें, चना, मोड, राजमा, ज्वार, बाजरा को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। इससे उन्हें प्रोटीन के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी मिलेंगे।
महिलाएं अपनी डाइट में गुड फैट जैसे नट्स, अलसी, मूंगफली, बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज आदि शामिल करें। इससे उन्हें विंक सेलेनियम ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलेगा। खास बात यह है कि इनके सेवन से उनकी इम्युनिटी बढ़ेगी। ताजे मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें और कम से कम 10 से 12 गिलास पानी, सूप, नारियल पानी, जूस, डिटॉक्स वॉटर से बॉडी को हाइड्रेट रखें।
पर्सनल हाइजीन भी मेंटेन करना जरूरी
खुद को फिट रखने के लिए महिलाएं इन बातों का ध्यान रखें। माइंडफुल ईटिंग के साथ-साथ महिलाएं पर्सनल हाइजीन भी मेंटेन करें। इस प्रकार प्रॉपर डाइट, प्रॉपर एक्सरसाइज और प्रॉपर स्लीप के द्वारा वे अपने वजन को नियंत्रित कर सकती हैं। इस तरह से वे नॉन-कम्युनिकेबल डिसीसिस जैसे ओबेसिटी, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पीसीओएस, हाइपोथायरायडिज्म जैसी बीमारियों से निजात पा सकती हैं। इस प्रकार के तरीके अपनाकर हर महिला पॉजिटिव सोच के साथ पॉजिटिव हेल्थ मेंटेन करके सही मायने में स्वास्थ्य की परिभाषा को साकार कर सकती है।