इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महाविद्यालय की समृद्ध परंपराओं का निर्वहन करते हुए सम्मान समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में कॉलेज में कार्यरत प्रत्येक महिला प्राध्यापक एवं कर्मचारियों को पुष्प गुच्छ एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।
महाविद्यालय के सांस्कृतिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में महिला प्राध्यापकों एवं महिला कर्मचारियों ने महिला होने के नाते जीवन के संघर्षों को साझा किया, साथ ही समस्याओं के समाधान हेतु किए प्रयासों से भी सभी को अवगत कराया। साथ ही महिला सशक्तिकरण और अधिकार, कार्य स्थल पर महिलाओं की स्थिति, शिक्षा और महिलाओं की स्थिति, आर्थिक स्वतंत्रता, महिला स्वास्थ्य एवं कल्याण, समाज में महिलाओं की छवि एवं मीडिया का प्रभाव जैसे गंभीर मुद्दों पर 9से राय व्यक्त की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने कहा कि हमारा महाविद्यालय महिलाओं के उत्थान, शिक्षा और नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास करता रहा है। आपने कहा कि हमें महाविद्यालय एवं समाज में ऐसा वातावरण निर्मित करना होगा जहां महिलाएं-छात्राएं बिना किसी भेदभाव के अपने सपनों को साकार कर सके। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ हरप्रीत रंधावा ने कहा कि महिलाओं की शिक्षा एवं सशक्तिकरण केवल व्यक्तिगत उपलब्धियां तक सीमित नहीं है बल्कि यह पूरे समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालता है महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में समान रूप से भागीदारी निभाने की हकदार हंै चाहे वह शिक्षा हो, समाज सेवा हो, राजनीति हो, विज्ञान हो या खेल का मैदान।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं बल्कि महिलाओं के संघर्ष, उनकी उपलब्धियां और समाज में उनके अद्वितीय योगदान को पहचानने एवं सम्मानित करने का अवसर है। कार्यक्रम में डॉ. हरप्रीत रंधावा, मंजरी अवस्थी, डॉ. हर्षा शर्मा, डॉ. शिखा गुप्ता, डॉ. श्रद्धा जैन, डॉ नेहा सिकरवार, तरुणा तिवारी, क्षमा वर्मा, प्रिया कलोसिया, शोभा मीना, करिश्मा कश्यप, सरिता मेहरा, बीना मैना, स्नेहांशु सिंह, रविंद्र चौरसिया, डॉ. शिरीष परसाई, डॉ. संजय आर्य, हेमंत गोहिया, एनआर मालवीय, राजेश कुशवाहा, मंथन दुबे, अजीत राजपूत एवं छात्राएं उपस्थित थीं।