प्राचीन भोलामोती कुआँ बनेगा रैन वॉटर हार्वेस्टिंग का रोल मॉडल

Post by: Aakash Katare

इटारसी। शहर को वॉटर प्‍लस बनाने का जो संकल्‍प नगरपालिका अध्‍यक्ष पंकज चौरे (Municipal President Pankaj Choure) ने लिया, उसमें आगे बढ़ते हुए अब शहर के प्राचीन भोला मोती कुआँ को पायलट प्रोजेक्‍ट के तौर पर शामिल किया गया है। यह कुआँ शहर के दिल जयस्‍तंभ चौक (Jaystambh Chowk) पर मां दुर्गा के मंदिर के पीछे मौजूद है।

नगरपालिका अध्‍यक्ष पंकज चौरे (Municipal President Pankaj Choure) ने सुबह इसका निरीक्षण सीएमओ हेमेश्‍वरी पटले (CMO Hemeshwari Patel) के साथ किया और रैन वॉटर हार्वेस्टिंग (Rain Water Harvesting) हो पाने की संभावना देखी।

कुए के पास आसपास रैन वॉटर (Rain Water) का स्‍त्रोत अच्‍छा है। यहां नगरपालिका की स्‍वामित्‍व की बहुत सी दुकानें मौजूद हैं और पास में ही मां दुर्गा का मंदिर भी है। जिसकी छत भी काफी बडी है। इन सभी छतों से गिरने वाला पानी पाइप के जरिए सीधे कुए में उतारा जाएगा।

नगरपालिका अध्‍यक्ष पंकज चौरे (Municipal President Pankaj Choure) की मंशा यह है कि कुआँ को आकर्षक बना दिया जाए। साफ सफाई ऑर रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्‍टम (Rain Water Harvesting System) लगाने के बाद यहां पर कुए की ऊंचाई बढाकर इसे इस तरह कवर्ड किया जाएगा कि कोई भी इसमें कचरा न फेंक सके और यदि सब कुछ मंशा अनुसार हुआ तो इसमें एक म्‍युजिकल आकर्षक वॉटर फाउंटेन लगाने की योजना भी है।

जिससे इस क्षेत्र की सुंदरता बढेगी और आसपास की दुकानों का व्‍यापार भी। नगरपालिका इस कुए को साफ करेगी। इसके लिए ऐसी टीम बुलाई जाएगी जो इस कार्य में विशेषज्ञ हो। वहीं कुआँ का मेंटनेस किया जाएगा।

इनका कहना है

हमनें कुए का निरीक्षण किया है, यहां एक अच्‍छा रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्‍टम (Rain Water Harvesting System) लग सकता है। बरसात के पानी का यहां अच्‍छा स्‍त्रोत है। साथ ही हमारा मन यह है कि कुआ जब साफ हो जाए और इसमें रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्‍टम (Rain Water Harvesting System) लग जाए तो इसमें एक म्‍यूजिक फाउंटेन लगाएं और कुए को और आकर्षक बनाते हुए सैल्‍फी पाइंट जैसा विकसित कर दें। इससे क्षेत्र की सुंदरता तो बढ़ेगी ही साथ ही यहां अच्‍छा वातावरण बनने से दुकानदारों को भी लाभ होगा।

पंकज चौरे, अध्‍यक्ष नगरपालिका परिषद इटारसी

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