पुरानी इटारसी के वीर सावरकर मैदान पर तैयार हो रहे भविष्य के तीरंदाज

Post by: Rohit Nage

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Bachpan AHPS Itarsi

इटारसी। लोक शिक्षा संचालनालय एवं खेल एवं युवक कल्याण विभाग मध्य प्रदेश भोपाल द्वारा संचालित तीरंदाजी नोडल खेल विद्यालय पुरानी इटारसी के प्रांगण एवं वीर सावरकर खेल और दशहरा स्टेडियम पुरानी इटारसी में आज उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम में विशेष रूप से संयुक्त संचालक कार्यालय से संदीप सिंह एवं आरके सैनी उपस्थित रहे।

ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण में नोडल क्षेत्र के साथ-साथ दूर-दूर के खिलाड़ी भी ले रहे हैं। ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन में संयोजक प्राचार्य सपना गिरधारी ने बताया कि हमारा प्रयास है कि नोडल क्षेत्र के आसपास के शासकीय विद्यालय के अधिक से अधिक छात्र तीरंदाजी खेल का प्रशिक्षण यहां से प्राप्त करें। प्रशिक्षण में लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश के साथ-साथ खेल एवं युवक कल्याण विभाग मध्य प्रदेश भोपाल के विशेष सहयोग से इटारसी शहर के खिलाड़ी रिकर्व, कंपाउंड धनुष के परिचय के साथ प्रशिक्षण भी ले पाएंगे।

खिलाडिय़ों में भारी उत्साह है

वीर सावरकर मैदान पर सरस्वती शिशु मंदिर, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2, शासकीय हाई स्कूल भीलखेड़ी, सीएम राइस स्कूल इटारसी, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरानी इटारसी, नालंदा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जीनियस प्लेनेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल एवं अन्य स्कूल के छात्र प्रशिक्षण में तीरंदाजी खेल के गुण सीखने पहुंचे। प्रशिक्षण में कक्षा पांचवी से कक्षा 12 वीं तक के बच्चे भाग ले रहे हैं प्रशिक्षण सुबह 7 से 9 बजे तक वीर सावरकर खेल स्टेडियम एवं शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरानी इटारसी के प्रांगण में अश्वनी मालवीय जिला नोडल खेल अधिकारी एवं ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण सहसंयोजक के मार्गदर्शन में चल रहा है।

ये बोल प्रशिक्षु छात्र-छात्राएं

सरस्वती शिशु मंदिर इटारसी की छात्रा सृष्टि रनसूरमा कहती हैं कि आर्चरी खेल से एकाग्रता बढ़ती है, इसलिए मेरी उसे खेल के प्रति रुचि है। केंद्रीय विद्यालय सीपीई क्रमांक 2 की छात्रा धनलक्ष्मी ने कहा कि आर्चरी खेल से मुझमें सहनशीलता और आत्मविश्वास बढ़ा है। श्री ज्ञानरतन विद्यालय सिवनी मालवा से नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करने आ रही खिलाड़ी विद्यांशी अहिरवार ने कहा कि आर्चरी खेल हमारे भारत के पुराना पारंपरिक खेल है, इससे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है और लक्ष्य के लिए तठस्थ रहने की हिम्मत बनती है। भीलाखेड़ी शासकीय हाई स्कूल की छात्रा सिमरन ने कहा कि मंैने कक्षा की कीर्ति यादव के तीरंदाजी खेल से प्रभावित होकर खेलना प्रारंभ किया है। कन्या विद्यालय पुरानी इटारसी की प्रेरणा, रिया, निकिता, आशु, नंदिनी कहती हैं कि आर्चरी खेल से हमारा मस्तिष्क स्वस्थ रहता है, जिसके कारण हम अपने आप को अधिक स्वस्थ महसूस करते हैं साथ ही हमें भारतीय पारंपरिक खेल खेलने का अवसर भी मिल रहा है। तकनीकी कौशल से प्रशिक्षण प्राप्त कर हम राज्य एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपना अच्छा स्थान बनाएंगे।

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