
सात वर्ष से फरार दो स्थाई वारंटी गिरफ्तार
– सूरत गुजरात से भागे नाबालिग लड़के की तलाश में मिली सफलता
इटारसी। जीआरपी (GRP) ने पिछले सात वर्ष से अलग-अलग अपराधों में फरार दो वारंटियों (Warranties) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इनके खिलाफ स्थायी वारंट लंबित थे। दोनों को गिरफ्तार करने के साथ थाना वरासा जिला सूरत गुजरात (Gujarat) के गुमशुदा नाबालिग को भी तलाशने में सफलता मिली है।
जीआरपी ने मिली जानकारी के अनुसार ट्रेनों में हो रही चोरियों की की रोकथाम एवं आरोपियों की तलाश हेतु एसआरपी हितेश चौधरी (SRP Hitesh Chaudhary) के निर्देशों के पालन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल ( Bhopal) डॉ. अमित कुमार वर्मा तथा डीएसपी रेल इटारसी अर्चना शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बीभेंद्रु व्यंकट टांडिया ने टीम बना कर चेकिंग, गश्त एवं सीसीटीवी के माध्यम से 7 साल से फरार पूर्व के अलग-अलग अपराधों के चोर जिनका 02 स्थाई वारंट लंबित था, दोनों वारंटियों को गिरफ्तार करने एवं थाना वरासा जिला सूरत सिटी गुजरात के गुम शुदा नाबालिक बालक को दस्तयाब करने मे सफलता मिली है।
थाना जीआरपी इटारसी के धारा 379 में आरोपी निशालाल पिता गेंदालाल गोंड, 20 साल निवासी ईरानी डेरा के पास झुग्गी झोपडी इटारसी, और धारा 379 भादवि में आरोपी राजेश पिता भगवान सिंह कुशवाह 25 साल निवासी छोला दशहरा मैदान के पास भोपाल वर्ष 2016 से फरार चल रहे थे। न्यायालय में उपस्थित न होने पर न्यायालय स स्थाई वारंट वर्ष 2016 में निकाल दिया था। आरोपी को विगत 07 वर्षों से तलाश किया जा रहा था। काफी प्रयासों के बाद आरोपियों को आज पकडऩे में सफलता मिती है। दोनों कोन्यायालय पेश जाकर न्यायालय के आदेश से केंद्रीय जेल होशंगाबाद भेज दिया।
इसी तरह से 10 अप्रैल 22 को महिला अंशू सिंह निवासी गुजरात ने थाना वरासा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनका पुत्र आदित्य सिंह,्र 17 साल निवासी थाना वराछा जिला सूरत सिटी गुजरात घर से लापता है। सूचना पर थाना वरासा जिला सूरत सिटी गुजरात में मामला पंजीबद्ध किया था। 16 अप्रैल जीआरपी इटारसी थाना प्रभारी निरीक्षक बीभेंद्रु व्यंकट टांडिया को दूरभाष पर सूचना मिली कि नाबालिक किसी ट्रेन से इटारसी से निकल रहा है, जीआरपी एसआई केएम रिछारिया, प्रधान आरक्षक कृष्ण कुमार यादव, आरक्षक विष्णु मूर्ति शुक्ल को नाबालिक को तलाश करने हेतु मुस्तैदी से लगाया। प्राप्त सूचना पर बालक को दस्तयाब किया। थाना वरासा जिला सूरत सिटी गुजरात को एवं नाबालिक के परिजनों को बालक के मिलने की सूचना देकर एक उसकी मां से मिलाने में सफलता मिली है।