श्रावण मास में हर दूसरे दिन रहेंगे व्रत, पर्व और शुभ तिथि
25 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो गया है। सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को था। अब शिव पूजा का अगला विशेष दिन यानी सोमवार 2 अगस्त को रहेगा फिर 5 अगस्त को सावन का पहला प्रदोष व्रत होगा। ये दोनों दिन शिव पूजा के लिए खास माने जाते हैं। इसके अगले दिन मासिक शिवरात्रि रहेगी। इन तिथियों में भगवान शिव की विशेष पूजा-आराधना का पूरा फल मिलता है। वहीं, चातुर्मास के चलते अब विवाह नहीं होंगे, लेकिन धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ, पूजा-पाठ चलते रहेंगे। श्रावण मास में इस बार हर दूसरे-तीसरे दिन कोई न कोई पर्व, व्रत या शुभ तिथि रहेगी।
सृष्टि का संभालते हैं शिव इसलिए श्रावण खास
देवशयनी एकादशी से अगले चार महीने तक विवाह और अन्य शुभ काम नहीं होते हैं। इसकी वजह बताते हुए शास्त्रों के कहा गया है कि भगवान विष्णु आषाढ़ महीने के शुक्लपक्ष की एकादशी से चार महीने तक क्षीर सागर में योग निद्रा में रहते हैं। इस दौरान भगवान शिव सृष्टि का संभालने का काम करते हैं। इसलिए भी श्रावण महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा का विधान है।
शिव पूजा-आराधना की खास तिथियां
श्रावण सोमवार: पहला 26 जुलाई, दूसरा 2 अगस्त, तीसरा 9 अगस्त और चौथा 16 अगस्त को होगा।
प्रदोष: पहला 5 और दूसरा 20 अगस्त को।
पुष्य नक्षत्र: 8 अगस्त को पुष्य नक्षत्र और हरयाली अमावस्या का विशेष संयोग रहेगा।
चतुर्दशी तिथि: 7 और 21 अगस्त को। इस तिथि के स्वामी शिवजी होते हैं इसलिए ये भी शिव पूजा के लिए विशेष दिन होता है।
तारीख और वार | तीज-त्योहार, पर्व और विशेष तिथियां |
26 जुलाई, सोमवार | सावन का पहला सोमवार |
27 जुलाई, मंगलवार | मंगला गौरी और अंगारकी चतुर्थी व्रत |
28 जुलाई, बुधवार | मौना पंचमी |
30 जुलाई, शुक्रवार | शीतला सप्तमी व्रत |
2 अगस्त, सोमवार | सावन का दूसरा सोमवार |
3 अगस्त, मंगलवार | मंगला गौरी व्रत |
4 अगस्त, बुधवार | कामिका एकादशी व्रत |
5 अगस्त, गुरुवार | प्रदोष व्रत |
6 अगस्त, शुक्रवार | शिव चतुर्दशी व्रत |
8 अगस्त, रविवार | हरियाली अमावस्या और रविपुष्य संयोग |
9 अगस्त, सोमवार | सावन का तीसरा सोमवार |
10 अगस्त, मंगलवार | सिंधारा दोज, मंगला गौरी व्रत |
11 अगस्त, बुधवार | हरियाली तीज |
12 अगस्त, गुरुवार | विनायकी चतुर्थी |
13 अगस्त, शुक्रवार | नागपंचमी |
15 अगस्त, रविवार | गोस्वामी तुलसीदास जयंती |
16 अगस्त, सोमवार | सावन का आखिरी सोमवार |
17 अगस्त, मंगलवार | मंगला गौरी व्रत और सिंह संक्रांति पर्व |
18 अगस्त, बुधवार | पुत्रदा एकादशी व्रत |
20 अगस्त, शुक्रवार | प्रदोष व्रत |
22 अगस्त, रविवार | श्रावण पूर्णिमा, रक्षाबंधन पर्व |