इटारसी। सावन का महीना है और लोग तिलक सिंदूर (Tilak Sindoor) स्थित गुफा मंदिर (Cave Temple) में पूजन-दर्शन के लिए जा रहे हैं। ऐसे में समीप ही नागिन खोह (Nagin Khoh) नामक स्थान भी है, जहां लोग पिकनिक (Picnic) के लिए जाते हैं। करीब सवा सौ फीट ऊंचाई से गिरता झरना (Waterfall) लोगों को लुभाता है, लेकिन यहां जाना खतरनाक हो सकता है। पिछले वर्ष ही दो युवाओं की मौत हो चुकी है, ऐसे में लोगों को सावधान किया जाना चाहिए कि वे ऐसी जगह जाने से बचें।
पुलिस (Police) को ऐसे इंतजाम करना चाहिए। खासकर रविवार और सोमवार को तिलक सिंदूर मंदिर में भारी भीड़ पहुंचती है और दर्शन के बाद लोग नागिन खोह जाने का लालच नहीं छोड़ते हैं। सावन सोमवार के 1 दिन पहले से भक्तों आना-जाना चालू हो जाता है। कुछ कावड़ यात्री रविवार से पहुंच जाते हैं। यहां पुलिस का इंतजाम होना चाहिए, तथा ट्रैफिक (Traffic) के लिए भी बल की तैनाती होना चाहिए।
आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर (Tribal Service Committee Tilak Sindoor) के मीडिया प्रभारी विनोद बारीबा (Vinod Bariba) ने बताया कि तिलक सिंदूर से डेढ़ किलोमीटर झरना नागिनखोह है। लोग यहां पिकनिक मनाने, नहाने जाते हैं इसमें सवा सौ फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है। यहां कई लोग नशे की हालत में भी जाते हैं, बच्चे, महिलाएं भी पहुंचते हैं। ऐसे में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। यहां मोबाइल का नेटवर्क भी नहीं मिलता है बल्कि जंगली जानवरों का खतरा भी बना रहता है। दुकानदारों ने कई बार बाघ (Tiger) तेंदुआ (Leopard) की आवाजें सुनी हैं।