बटवारा संपत्ति का नहीं विपत्ति का होना चाहिए: आचार्य मधुसूदन

बटवारा संपत्ति का नहीं विपत्ति का होना चाहिए: आचार्य मधुसूदन

इटारसी। श्री दादा दरबार धाम प्राचीन हनुमान मंदिर (Sri Dada Darbar Dham) प्रांगण नाला मोहल्ला में आयोजित श्री राम कथा समारोह (Shree ram katha ceremony) के साथ में दिवस में उपस्थित श्रोताओं के समक्ष कथावाचक पंडित मधुसूदन शास्त्री ने श्री राम चरित्र मानस के भरत मिलाप प्रसंग का मार्मिक वर्णन करते हुए कहा कि जीवन में बटवारा संपत्ति का नहीं विपत्ति का होना चाहिए। अगर ऐसा हम करते हैं तभी हम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के आचरण पर चल सकेंगे और तभी देश में रामराज की कल्पना पूर्ण हो सकेगी।
नाला मोहल्ला में आयोजित कथा समारोह में बड़ी संख्या में शहर और गांव के श्रद्धालु श्रोता उपस्थित होकर श्री राम कथा का रसपान कर रहे हैं। प्रवक्ता गिरीश पटेल ने बताया कि श्रोताओं की भारी भीड़ के मद्देनजर आयोजन समिति द्वारा विशेष पंखों के द्वारा सैनिटाइजर का छिड़काव तथा पंंडाल में निरंतर छिड़काव कराया जा रहा है। कथा प्रारंभ होने से पूर्व सभी श्रोताओं को मास्क भी वितरित किए जा रहे हैं, ताकि कोरोना की दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। शासन की गाइड लाइन का भी पालन किया जा रहा है।

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