शिक्षक होना सबसे ज्यादा सम्मान प्राप्ति का साधन

Post by: Rohit Nage

म्युनिसिपल स्कूल के पूर्व शिक्षक-छात्रों का मिलन कार्यक्रम
इटारसी।
म्युनिसिपल स्कूल में पढ़े और पढ़ाने वाले पूर्व छात्र एवं शिक्षकों का मिलन समारोह बीते दिनों आयोजित किया जिसमें सभी ने अपने समय के अनुभव साझा किया। पूर्व छात्र इन दिनों कई बड़े पदों को सुशोभित कर रहे हैं तो कुछ सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। इस कार्यक्रम में 1980 तक के पूर्व छात्र शामिल हुए।

शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला, जो अब सीएम राइज हायर सैकेंड्री स्कूल है, उसके पूर्व छात्रों का एक मिलन कार्यक्रम साईं कृष्णा रिसोर्ट में हुआ। इस स्कूल में 1980 से पहले इन पूर्व छात्रों को पढ़ा चुके शिक्षकों का सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। पूर्व शिक्षक एवं छात्र सीएम राइज हायर सैकेंड्री स्कूल द्वारा आयोजित एलुमिनी कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस अवसर पर शाला की आवश्यकता की पूर्ति के लिए एक साउंड सिस्टम भेंट किया।

पूर्व गुरुजनों के सम्मान कार्यक्रम में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक बीपी मैथिल, दिनेश मालवीय, यूके दीवान, जीपी मालवीय, केके दुबे, पीएस तोमर, श्री पचोली, एके शुक्ला, आरसी वर्मा और आरके वर्मा को म्युनिसिपल स्कूल के छात्रों ने शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर जीपी मालवीय, यूके दीवान, एके शुक्ल ने स्कूल में बतौर शिक्षक पदस्थ होने और स्कूल की पुरानी यादों को साझा किया। आरसी वर्मा ने स्कूल की बेहतरी के लिए काम करने वाले प्राचार्यों का उल्लेख भी किया। श्री पचोली ने राजस्व और पुलिस की हाथ आई नौकरी को छोड़कर शिक्षक बनने को साझा करते हुए कुछ मार्मिक किस्से भी सुनाए।

पूर्व छात्रों ने मंच से सदन को परिचय करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किये, मिलन कार्यक्रम में भोलाराम बनोरिया 1966, शारदा प्रसाद चौधरी 1966, आरएस राय 1967 विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र थे जो 50 साल पहले म्युनिसिपल स्कूल में अधययन कर चुके थे। 1973 बैच के राकेश सोलंकी, कल्याण अग्रवाल, रविन्द्र सिंह, रमेश चांडक, डॉ पीएस बिंद्रा, सवेंद्र जुनेजा, 1974 बैच के डॉ जेपी दुबे, डॉ शिव कुमार राय, डॉ एससी अग्रवाल, अब्दुल वाहिद खान, अरविन्द गर्ग, गोविन्द मालवीय, तरनजीत सिंह मदान, हरपाल सिंह जग्गी, कैलाश सोनी, कमल चौधरी, रवि गौतम, देवेन्द्र बड़ोदिया, जय प्रकाश अग्रवाल और डॉ जेपी उपाध्याय, 1975 बैच वाले किशोर सीरिया, सदन मालवीय और बीआर बनोरिया, 1976 बैच वाले रामजीवन बनोरिया और 1979 बैच के आलोक दीवान और बीबीआर गांधी कार्यक्रम का हिस्सा बन।

पूर्व छात्र मिलन कार्यक्रम के दौरान संगीत संध्या का आनंद लिया। मंच पर सभी ने एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों पर और उनकी धर्म पत्नियों ने घूमर और भांगड़ा धुनों पर खुलकर नाचे।

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