बारिश के मौसम मे नीम के फायदे जाने
बारिश के मौसम मे नीम के फायदे, नीम के औषधीय गुण, नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण कौन-कौन सी बिमारियों से बचाता हैं नीम जाने सम्‍पूर्ण जानकारी

बारिश के मौसम मे नीम के फायदे जाने

बारिश के मौसम मे नीम के फायदे, नीम के औषधीय गुण, नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण, नीम कौन-कौन सी बिमारियों से बचाता हैं जाने सम्‍पूर्ण जानकारी

नीम (Neem) 

पुराने समय से ही नीम का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि और घरेलू उपाय के तौर पर करते आ रहे हैं। नीम पर्यावरण के लिए जितना जरूरी हैं उतना ही स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। बारिश के मौसम मे नीम का इस्‍तेमाल जरूर करना चाहिए क्‍याेकि नीम की पत्‍ती से कई सारी बिमारियों से बचा जा सकता हैं। नीम एक औषधीय पेड़ हैं इसका वानस्पतिक नाम अजादिरछा इंडिका हैं। नीम के पेड का जीवनकाल 150 से 200 वर्ष का होता हैं।

नीम के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Neem)

नीम के फायदे

आयुर्वेद में नीम के पेड के सभी भागों की अहम भूमिका हैं। इसका इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा हैंं। नीम के पेड मे एंटी फंगल ‘’फंगस से लड़ने वाला’’ एंटी बैक्टीरियल ‘’बैक्टीरिया से लड़ने वाला’’ एंटीवायरल ‘’वायरल संक्रमण से बचाव’’ और एंटीऑक्सीडेंट‘’ मुक्त कणों के प्रभाव को कम करने वाला’’ वाले ऐसे कई सारे गुण होते हैं साथ ही नीम की पत्‍ती मे सांप के जहर को कम करने की क्षमता होती हैं।

नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण (Antibacterial Properties of Neem)

नीम के फायदे

नीम मे एंटीबैक्‍टीरियल गुण होता हैं जो बारिश के मौसम मे इंफेक्शन के खतरे को कम करने में मदद करता हैं। नीम पैथोजेनिक बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के उपचार के लिए एक प्रभावी एंटीबैक्टीरियल रूप में बिमारियों से लड सकता हैं। नीम की पत्तियों में मौजूद क्वेरसेटिन और बी-साइटोस्टरोल पॉलीफेनोलिक फ्लेवोनोइड में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों को देखा गया हैं ऐसे में बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव के लिए नीम का उपयोग बहुत ही लाभदायक होता हैं।

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नीम के फायदे (Benefits Of Neem)

नीम के फायदे

नीम के उपयोग त्वचा के साथ-साथ कई शारीरिक परेशानियों को भी कम किया जा सकता हैं। पर नीम किसी भी बीमारी का इलाज नहीं हैं। यह केवल उसके लक्षणों को कम कर सकता हैं या होने बाली बीमारियों से बचा सकता हैं।

रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem To Control Blood Pressure)

उच्च रक्तचाप की समस्या से बचाव या उसे नियंत्रित करने में भी नीम बहुत ही लाभदायक होता हैं क्‍योकि नीम मे ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने के गुण पाए जाते हैं। यदि अगर कोई हाई बीपी की दवा का सेवन कर रहा हैं तो नीम के सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टरी सलह जरूर लेनी चाहिए।

सांस संबंधी समस्याओं के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem or Respiratory Problems)

सांस से संबंधित बिमारियों के लिए नीम बहुत ही लाभकारी होती हैं। एक रिसर्च अनुसार नीम के पत्तों में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद हैं। इसके ये सभी गुण पल्मोनरी इन्फ्लेमेशन रोग जो फेफड़ों को प्रभावित कर सकतें हैंं।

नीम का एंटी-एलर्जिक गुण अस्थमा, दमा जैसी बिमारियों के लिए काफी लाभदायक होता हैं अस्‍थमा, दमा जैसी बिमारियों के लिए नीम एक आयुर्वेदिक औषधि की तरह काम कर सकता हैंं।

डायबिटीज में नीम के फायदे (Benefits of Nneem In Diabetes)

नीम की कड़वाहट मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं। नीम हाइपोग्लाइसेमिक ‘ब्लड शुगर’ को कम करता हैं। ऐसे में इसका हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में काफी उपयोगी होता हैंं।

नीम में ऐसे एंटी-हाइपरग्लिसेमिक गुण मौजूद होते हैं जो मधुमेह की समस्या से बचाव करने में या ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में  मदद करता हैं अगर कोई मधुमेह की दवा का सेवन कर रहा हैं, तो नीम के सेवन से पहले डॉक्टरी सलह जरूर लेनी चाहिए।

अच्‍छा स्‍वास्‍थ्‍य के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem in Oral Health)

मुंह से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए नीम का उपयोग काफी लाभदायक होता हैं। नीम मुंह के लिए काफी उपयोगी होती हैं। साथ ही नीम में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण दांतों में प्लाक को बढ़ाने वाले स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन जैसे बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं।

इसके अलावा, एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर नीम की पत्तियां मुंह और मसूड़ों में सूजन की स्थिति को ठीक करने में मदद करते हैं। साथ ही नीम के सेवन से मसूड़ों मे ब्लीडिंग, दांतों की सड़न की समस्याें से भी बचा जा सकता हैं इसलिए कई लोग नीम के दातून का उपयोग करते हैं।

कुष्ठ रोग में नीम के फायदे (Benefits of Neem In Leprosy)

कुष्ठ रोग के लक्षणों को भी कम करने के लिए नीम काफी लाभदायक हैं। आयुर्वेद में भी कुष्ठ रोग के इलाज के लिए नीम के पत्तों को उपयोगी बताया गया हैंं।

मलेरिया के उपचार के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem For The Treatment of Malaria)

मलेरिया के लक्षणों को कम करने में नीम के पत्तें काफी लाभदायक होते हैं। क्‍योंकि नीम की पत्तियां एंटी मलेरियल गुणों से भरपूर होती हैं जो मलेरिया की दवा के रूप में काम कर सकती हैं।

ऐसे में मलेरिया के उपचार के लिए डॉक्टरी इलाज के साथ-साथ नीम का घरेलू उपाय भी कर सकते है। मलेरिया में नीम का उपयोग कैसे और कितनी मात्रा में करना हैं इस बारे में डॉक्टरी सलह जरूर लेनी चाहिए।

स्वास्थ्य पेट के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem For Stomach Health)

पेट के स्वास्थ्य के लिए नीम के पत्ते का उपयोग काफी लाभदायक होता हैं। नीम का इस्तेमाल कई सालों से आयुर्वेदिक चिकित्सा पेट की बिमारियों के लिए किया जाता रहा हैं।

नीम शरीर से विषाक्त पदार्थों और हानिकारक जीवाणुओं को बाहर निकाल सकता हैं। नीम का यह गुण स्वस्थ पाचन तंत्र में सुधार करने में मदद करता हैं साथ ही यह पेट को स्वस्थ रखने में मदद करता हैंं।

लिवर के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem For Liver)

लिवर के लिए नीम काफी लाभकारी होती हैं। नीम में मौजूद एजेडिराक्टिन-ए, पाउंड हेप्टोप्रोटेक्टिव लिवर को सुरक्षा देने वाला गुण प्रदर्शित करता हैं ऐसे में लिवर को स्वस्थ रखने के लिए नीम का सेवन लाभदायक होता हैं।

कैंसर से बचाव के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem For Cancer Prevention)

नीम के बीज, पत्ते, फूल और फलों का अर्क विभिन्न प्रकार के कैंसर के विरुद्ध कीमोप्रिवेंटिव, एंटी कैंसर और एंटीट्यूमर गुण को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, नीम का अर्क कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में भी मदद कर सकता है। खासतौर से प्रोस्टेट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, स्तनों का कैंसर, पेट के कैंसर से बचाव के लिए नीम उपयोगी होती हैंं।

कैंसर बिमारियों को कम करने मे नीम सेवन करना चाहिए हैं। कैंसर एक गंभीर बीमारी हैं इसलिए नीम के सेवन से पहले डॉक्टरी इलाज ही प्राथमिकता होनी चाहिए।

घाव के लिए नीम के फायदे (Benefits of Neem For Wounds)

त्वचा के लिए नीम का सेवन बहुत ही लाभदायक होता हैं। साथ ही  नीम का उपयोग घावों को जल्‍दी ठीक करने में काफी मदद करता हैं। नीम मे घाव को सूखाने के गुण मौजूद होते हैं। जो घावों को भरने में काफी मदद कर सकते हैं। अगर घाव गहरा हो तो डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता देना चाहिए।

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