– अधिकारी सजग रहें, निचली बस्तियों की सतत निगरानी करें
– बाढ़ आपदा नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जाएं
– बाढ़ आपदा प्रबन्धन की तैयारियों के संबंध में बैठक आयोजित
इटारसी/नर्मदापुरम। बाढ़ आपदा प्रबंधन (Flood Disaster Management) की पूर्व तैयारियों के संबंध में कमिश्नर नर्मदापुरम मालसिंह (Commissioner Narmadapuram Malsingh) की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय (Collectorate Office) में बैठक आयोजित हुई। बैठक में उप पुलिस महानिरीक्षक जेएस राजपूत (Deputy Inspector General of Police JS Rajput), चीफ इंजीनियर तवा परियोजना शिशिर कुशवाह (Chief Engineer Tawa Project Shishir Kushwaha), कलेक्टर नर्मदापुरम नीरज कुमार सिंह (Collector Narmadapuram Neeraj Kumar Singh), कलेक्टर बैतूल अमनबीर सिंह बेस (Collector Betul Amanbir Singh Bess), पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम डॉ गुरकरण सिंह (Superintendent of Police Narmadapuram Dr Gurkaran Singh), पुलिस अधीक्षक बैतूल सिमाला प्रसाद (Superintendent of Police Betul Simala Prasad) सहित संभाग के तीनों के संभागीय एवं जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
कमिश्नर श्री मालसिंह ने कहा कि तवा डैम (Tawa Dam), रायसेन (Raisen) के बारना (Barna) एवं जबलपुर (Jabalpur) के बरगी डैम (Bargi Dam) से होने वाले पानी डिस्चार्ज का सीधा प्रभाव सेठानी घाट पर पड़ता है। इन तीनों बांधो से छोड़े जाने वाला पानी विभिन्न अंतरालों में सेठानी घाट (Sethani Ghat) पहुंचता है। ऐसे में सेठानी घाट का जलस्तर खतरे के नीचे बनाए रखने के लिए तीनों बांधों से पानी डिस्चार्ज (Discharge) को बेहतर ढंग से मेंटेन (Maintenance) किया जाए। आवश्यक समन्वय कर गवर्निंग लेवल (Governing Level) के अनुरूप समय-समय पर पानी डिस्चार्ज करें।
कमिश्नर श्री मालसिंह ने निर्देशित किया कि भारी वर्षा के दौरान राजस्व, पुलिस, जनपद होमगार्ड सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीयों के साथ मैदानी अमला सजग रहे। बाढ़ प्रभावित होने वाले चिन्हित ग्रामों एवं निचली बस्तियों की सतत निगरानी करें। साथ ही चिन्हित राहत पुनर्वास केंद्रों पर भी राशन, आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाएं।
बैठक में कमिश्नर मालसिंह ने हरदा एवं बैतूल जिले की बाढ़ आपदा प्रबंधन की तैयारियों की भी जानकारी ली और समुचित तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने होमगार्ड के अमले को पर्याप्त सुरक्षा सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू टीम (Rescue Team) नियोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तीनों जिले में कंट्रोल रूम (Control Room) 24 घंटे सक्रिय रहे। कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाए। डीआईजी श्री राजपूत ने बैठक में सभी अधिकारियों को बाढ़ आपदा नियंत्रण के लिए दिए गए दायित्वों को बेहतर ढंग से निर्वहन करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि तवा बांध का लेवल 1158 फीट से अधिक होने पर भोपाल (Bhopal) नागपुर (Nagpur) नेशनल हाईवे (National Highway) स्थित सुखतावा पुल पर जलभराव की स्थिति निर्मित होती हैं। उन्होंने मार्ग पर सुचारू आवगमन बनाए रखने के लिए तवा बांध का जल स्तर 1158 फीट पर ही बनाएं रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने सेठानी घाट के जल स्तर को बनाएं रखने के लेंडिया नाला पर लगाएं 4 पंपिंग स्टेशन पर एडिशनल पंप लगाने की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग को निर्देशित किया कि होम साइंस कॉलेज के पास स्थित पिचिन की शीघ्र मरम्मत कराएं।