पानी के समान पवित्र और पारदर्शी होना चाहिए वैवाहिक संबंध: दुबे

Post by: Poonam Soni

श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण-रूकमणी विवाह हुआ

इटारसी। वैवाहिक संबंध पानी के समान पवित्र और पारदर्शी होना चाहिए तभी यह सुख-शांति और सफलता से दीर्घकाल तक व्यतीत होता है। उक्त उद्गार आचार्य रमेश दुबे ने पुरानी इटारसी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में व्यतीत किये। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण एवं रानी रूकमणी का विवाहमंचन समारोह पूर्वक किया।  गोस्वामी गार्डन तवा कॉलोनी में आयोजित भागवत सत्संग के छटवें दिन श्रीकृष्ण एवं रानी रूकमणी के विवाह प्रसंग पर आचार्य श्री दुबे ने कहा कि प्रत्येक को विवाह करने से पूर्व अपने होने वाले जीवनसाथी के समक्ष अपने आचार-विचार एवं पारिवारिक पृष्ठभूमि को पूर्ण सत्यता के साथ रखना चाहिए। कथा प्रसंग में श्री दुबे एवं उनके संगीत सहयोगियों ने मधुर भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की भव्य बारात निकाली गई।

Leave a Comment

error: Content is protected !!