इटारसी। देवराज इंद्र देव के घमंड को तोड़ने के लिए भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को गोवर्धन गिरिराज की पूजा करने की सलाह दी और धूमधाम से गिरिराज की पूजा की और उन्हें 56 पकवानों का भोग लगाया यह इंद्र देव रुष्ट हो गए ओर जमकर वर्षा की तो भगवान कृष्ण ने ग्वाल वालो को वर्षा से बचाने अपनी अगली पर गिरिराज पर्वत उठा लिया और सबकी रक्षा की।
रामेश्वरम धाम में चल रही भागवत कथा में पंडित नरेंद्र कुमार तिवारी ने गिरिराज पूजा एवं भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। छतवे दिनरुक्मणी मंगल विवाह की कथा भगवान की विभिन्न लीलाओं का वर्णन किया। कथा का आज विश्राम दिवस है हवन पूजन के साथ 7 दिन से चली आ रही भागवत कथा का विश्राम होगा तत्पश्चात रात्रि में इटारसी से रामेश्वरम पहुंचे लगभग सवा दो सौ श्रद्धालु वापस इटारसी के लिए प्रस्थान करेंगे। पंडित नरेंद्र तिवारी ने बताया कि अगली कथा जगन्नाथपुरी में होगी ।