दशरथ के घर आये जगत के पालनहारे प्रभु श्री राम, मनाया श्री राम जन्मोत्सव
इटारसी। जब जब धरती पर गरीब, असहाय, असमर्थ, लाचार, मजबूर भक्तों को परेशान किया जाएगा। जब-जब इस पृथ्वी पर दुराचारियों, अत्याचारी और भ्रष्टाचारियों का बोलबाला होगा। जब संतों विप्रों का अपमान होगा। लोग अपने माता-पिता की सेवा नहीं करेंगे। चारों ओर हाहाकार मचेगा, तब मेरे प्रभु श्री राम किसी न किसी रूप में धरा पर अवतार लेकर भक्तों के कष्टों को दूर करेंगे और दुष्टों का विनाश करेंगे। इसी कारण प्रभु श्री राम ने माता कौशल्या और राजा दशरथ के यहां अयोध्या में जन्म लिया।
उक्त उद्गार श्री द्वारकाधीश मंदिर प्रांगण (Shri Dwarkadhish Temple Courtyard) में आयोजित संगीतमय श्रीराम कथा के चतुर्थ दिवस पर श्री राम जन्मोत्सव (Shri Ram Janmotsav) के उपलक्ष्य में गुना से पधारे बाल संत शाश्वत जी महाराज ने व्यक्त किये। मंगलवार को कथा में जब श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। मंदिर परिसर में भगवान के जन्मोत्सव के चलते विशेष सजावट की गई। इस दौरान जब कथाव्यास शाश्वत जी ने जन्म उत्सव की बधाइयां भजन के रूप में गायी तो सारा प्रांगण झूम उठा। इस अवसर पर प्रभु श्री राम की सुंदर आकर्षण झांकी सजाई गई एवं बच्चों को लड्डू और टॉफियां बांटी गई।
मंगलवार को श्री राम जन्म महोत्सव समिति के मुख्य संरक्षक विधायक डॉ सीतासरन शर्मा (MLA Dr. Sitasaran Sharma), संरक्षक प्रमोद पगारे, अध्यक्ष सतीश अग्रवाल सांवरिया, कार्यकारी अध्यक्ष जसवीर सिंह छाबड़ा, सचिव एडवोकेट पं अशोक शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने कथा व्यास का पूजन किया एवं शाश्वत महाराज का स्वागत किया। समिति के कार्यकारी अध्यक्ष जसवीर सिंह छाबड़ा ने बताया कि 6 अप्रैल बुधवार को कथा स्थल पर श्री राम विवाह उत्सव मनाया जाएगा, साथ ही 8 अप्रैल को कथा का विश्राम होगा। मंगलवार को विनय पटेल, बटनलाल चौरे, तेजचंद चौरे ने कथा प्रसादी में सहयोग किया।
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