इटारसी। केसला आदिवासी ब्लॉक के सरपंचों ने ग्राम पंचायतों के ठेकेदार और इंजीनियर्स पर बड़ा आरोप लगाया है। तिलक सिंदूर में हुई सरपंच संघ की बैठक में कई सरपंचों ने कहा कि आदिवासी सरपंचों को नाममात्र का प्रभार दिया है, सारा काम इंजीनियर, ठेकेदार मिलकर करते हैं। पंचायतों में काम के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा है, इन लोगों की हठधर्मिता चल रही है। सरपंचों ने तय किया है कि वे सोमवार को जनपद सीईओ को इस संबंध में ज्ञापन देंगे, और सुधार नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को नर्मदापुरम जाकर दिया जाएगा।
बैठक में सभी सरपंचों ने सरपंच संघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा जिला पंचायत प्रतिनिधि ज्योत्सना ब्रजकिशोर पटेल के सामने अपनी बात रखी। बिछुआ सोनतलाई सरपंच ने इंजीनियर की मिलीभगत के कारण दो 2 महीने में टीएस नहीं मिलने, किसी भी काम का वैल्यूएशन, सीसी तथा सभी काम लापरवाही तथा हठधर्मिता का आरोप लगाया। यह भी कहा कि अधिकारी अपने ऊपर अतिरिक्त प्रभार का बहाना बनाते हैं, कोई सरपंच काम करता है तो उसको बेमतलब परेशान किया जाता है। बैठक में यह भी कहा गया कि केसला ब्लॉक में पेसा एक्ट का खुला उल्लंघन हो रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासी हित में पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन ग्राउंड लेवल पर इन योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच रहा है।
सोमवार 10 जुलाई 2023 को सरपंच संघ के माध्यम से ब्लॉक सीईओ को ज्ञापन दिया जाएगा। अगर स्थिति नहीं सुधरती है तो मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देने का निर्णय लिया। बैठक में जिला सदस्य प्रतिनिधि ब्रजकिशोर पटेल, जनपद सदस्य सुखराम कुमरे, सुनील नागले, सरपंच संघ अध्यक्ष शिव राम, नेहरू कलमे, उपाध्यक्ष उमेश मरकाम, सचिव शुभम, सरपंच कलाबाई कुमरे, संतोष धुर्वे, डोरीलाल चीचाम, लक्ष्मी नारायण धुर्वे, पंच लक्ष्मी ठाकुर, पूजा धुर्वे, उषा धुर्वे, रजनी काजले, पूजा उईके, नीलू उइके, सावित्री, फूलंती इवने, सरोज उइके, सुषमा इब्ने, संतोष काकोडिय़ा, जितेंद्र परते, गुलाब चंद्र बारस्कर, सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र इवने आदि उपस्थित रहे।