Murder: रेल कर्मी सुरेश उईके हत्याकांड का खुलासा

Murder: रेल कर्मी सुरेश उईके हत्याकांड का खुलासा

त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग (love affair) में पत्नी ने पति की हत्या करायी

इटारसी। पथरोटा पुलिस (Pathrotha Police) ने 24 एवं 25 नवंबर की दरमियानी रात हुई ग्राम नानूपुरा पांडरी निवासी रेलकर्मी सुरेश उईके (Railwayman Suresh Uike) की हत्या खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार मामला त्रिकोणीय प्रेम संबंध का है, जिसमें सुरेश उईके की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ पति की हत्या की योजना बनाई और प्रेमी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर प्रेमिका के पति की हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार महिला के प्रेमी शहीद अली पिता गफूर अली 34 साल निवासी कांदईकलॉ ने अपने दोस्त अरबाज खान पिता कमाल खान, उम्र 20 साल, निवासी नया बस स्टैंड के पास नंदरवाड़ा रोड सिवनी मालवा एवं अशरफ उर्फ आशु पिता सरदार खान, उम्र 20 साल, निवासी नया बस स्टैंड के पास नंदरवाड़ा रोड सिवनी मालवा ने सुरेश उईके की हत्या की है।

ऐसे दिया घटना को अंजाम
आरोपियों ने पथरोटा स्थित हार्डवेयर की दुकान से सेंटिंग का तार तथा गैंती के दो वैशे खरीदकर मोटरसाइकिल से आयुध निर्माणी रोड चेक पोस्ट से एक किलोमीटर आगे सुनसान रास्ते पर बिजली के खंभे से तार बांधकर सुरेश उईके की मोटर सायकिल रोकने की योजना बनायी। अरबाज एवं अशरफ को मोबाइल से सूचना देने पर तार पेड़ से लपेटकर सुरेश को रोकने का कहकर शहीद अलीअपनी मोटर सायकिल से चेक पोस्ट तरफ आया और चेकपोस्ट से जैसे ही सुरेश अपनी मोटर सायकिल से निकला, शहीद अली ने अरबाज के मोबाइल पर सूचना दी और स्वयं भी उसका पीछा करते हुए मौके पर पहुंचा। अरबाज ने तार से सुरेश का रास्ता रोका जिससे सुरेश नीचे गिरा। अशरफ ने गेेंती के वैशे से उसके कमर पर दाहिने तरफ मारा और तीनों ने मिलकर सुरेश को पकड़कर जंगल में सागौन के पेड़ के नीचे ले जाकर उसका हेलमेट निकाला और शहीद अली ने करीब बीस किलो का पत्थर सुरेश के सिर में मार दिया। वजनी पत्थर सुरेश के सिर पर लगते ही उसकी खोपड़ी फट गयी और भेजा बाहर आ गया था। घटना रात करीब 8:30 से 9 बजे के बीच की बतायी जा रही है। सिर फटने से सुरेश की मौके पर ही मौत हो गयी थी।

ये है घटना के पीछे कहानी
सुरेश की पत्नी दुर्गेश का मायका ग्राम कांदईकलॉ की है, जहां वह स्कूल में जब पढ़ती थी तो शहीद अली से उसकी मित्रता थी। सुरेश उईके भी दुर्गेश के यहां ड्रायवरी करता था। उस दौरान सुरेश और दुर्गेश में प्रेम संबंध हुए और दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। विवाह के बाद दोनों नानूपुरा पांडरी में मकान बनाकर रहने लगे। इस दौरान सुरेश की रेलवे में वेल्डर के पद पर नौकरी भी लग गयी थी। उसका कार्यक्षेत्र कीरतगढ़ से भौंरा तक था। वह रोज अपनी बाइक से नानूपुरा से ड्यूटी करने जाता था। जब सुरेश घर पर नहीं रहता था तो शहीद उसके यहां अपनी प्रेमिका से मिलने आता था। 8 अगस्त 2020 को शहीद के साथ सुरेश की पत्नी सिवनी मालवा चली गयी थी और फिर 19 सितंबर को शहीद ने उसे वापस सुरेश के घर छोड़ दिया। इस बात को लेकर दोनों पति-पत्नी में कहा-सुनी होती थी। सुरेश ने आठ-दस दिन पहले घर में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिये थे जिससे शहीद का आना नहीं हो पा रहा था। प्रेमी प्रेमिका ने मोबाइल पर बात की और फिर सुरेश को रास्ते से हटाने की योजना बनायी। इसके बाद शहीद ने 24-25 सितंबर की रात को अपने मित्रों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से सुरेश को रास्ते से हटा दिया।

आरोपियों को ऐसे पकड़ा
पथरोटा पुलिस ने आरोपी शहीद अली पिता गफूर अली 34 वर्ष, निवासी कांदईकलॉ, अरबाज खान पिता कमाल खान 20 वर्ष, निवासी नया बस स्टैंड के पासं नंदरवाड़ा रोड सिवनी मालवा को महुपानी थाना चिचौली जिला बैतूल से रात में पकड़कर पूछताछ कर घटना के वक्त पहने कपड़े और कागजात जब्त किये। आरेापी अशरफ उर्फ आशू पिता सरदार खान को सिवनी मालवा से गिरफ्तार किया। उसके पास सुरेश उईके की बाइक की चाबी मिली। सुरेश उईके की पत्नी को नानूपुरा डोब से गिरफ्तार किया जिन्हें कोर्ट में पेश किया। एसपी संतोष सिंह गौर ने पुलिस टीम को इस सफलता के लिए पांच हजार का ईनाम घोषित किया है। एसडीओपी महेन्द्र मालवीय के मार्गदर्शन और थानेदार प्रज्ञा शर्मा के नेतृत्व में एएसआई भोजराज बरवड़े, सुरेन्द्र मालवीय, प्रधान आरक्षक अनिल ठाकुर, आरक्षक हेमंत, टिल्लू, विनोद, सैनिक संजय की टीम ने इस हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी में महती भूमिका निभाई है।

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