- एमजीएम कॉलेज में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं विविध परिणामों पर जागरूकता कार्यक्रम
इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं विविध परिणामों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। संयोजक डॉ. अर्चना शर्मा एवं सह संयोजक श्रीमती मीरा यादव रहे। जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत चार्ट, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता भी हुई।
प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने इस जागरूकता कार्यक्रम में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं बालिकाओं पर इसके दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इतिहास से बाल विवाह के खिलाफ जारी संघर्षों को याद करते हुए ईश्वर चंद्र विद्या सागर, राजा राममोहन राय एवं आर्य समाज के द्वारा समाज सुधार में योगदान को विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा कि अनेक दूरस्थ क्षेत्रों में यह प्रथा आज भी प्रचलित है जिसका कारण शिक्षा का अभाव एवं गरीबी है। महाविद्यालय की दो बालिकाएं मृदु पांडे एवं शीतल अहिरवार को इस कार्यक्रम का एंबेसडर बनाया गया। इन छात्राओं ने अपने आसपास के स्थान पर जाकर बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम संपन्न किया एवं इसके बारे में जानकारी भी प्रदान की।
इस जागरूकता कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. असुंता कुजूर, श्रीमती सुशीला बरबड़े, डॉ. सुसन मनोहर, डॉ. पीके अग्रवाल एवं डॉ. अरविंद शर्मा ने भी बाल विवाह के दुष्प्रभाव के बारे में बताया एवं प्रकाश डाला। डॉ. असुंता कुजूर ने बाल विवाह के ऐतिहासिक एवं सामाजिक पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए इससे निजात पाने की उपायों के बारे में चर्चा की। डॉ. अरविन्द शर्मा ने बाल विवाह के खिलाफ कानूनी सुरक्षा के बारे में बताया तथा डॉ. पीके अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय करियर निर्माण का है और निश्चिंत ही हमें बाल विवाह को बहुत पीछे छोड़ देना चाहिए।
प्राचार्य ने सभी फैकल्टी एवं छात्र छात्राओं को बाल विवाह रोकने हेतु प्रयास करने के लिए शपथ पाठ कराया। संचालन डा. अर्चना शर्मा ने और आभार मृदु पांडे ने किया। इस अवसर पर प्रो. ओपी शर्मा, डॉ. दिनेश, डॉ. आशुतोष, योगेश, डॉ. सौरभ आदि उपस्थित रहे।