Category: Vishesh
चुप्पी बड़ा खतरा : मतदान से विमुख हो लोकतंत्र को न बनने दें तमाशा
*प्रसंग-वश : वरिष्ठ लेखक चंद्रकांत अग्रवाल :त्रासदियों का द्वार बन गया,दर्द वंदनवार बन गया।अब सत्ता पाने के वास्ते,लोकतंत्र औजार बन गया।राजनीति के शीत युद्ध में,धर्म तो तलवार बन गया।अपनी 35 साल पुरानी एक ... Read More
विशेष : गर्मी में बिजली कटौती, लेकिन बिल में कटौती नहीं
- रोहित नागे, इटारसी : तापमान बढऩे के साथ ही शहर की बिजली व्यवस्था गड़बड़ा गई है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां कोई न कोई फाल्ट नहीं हो रहा। दिन में कड़क धूप ... Read More
श्री राम नवमी विशेष : भारतीय संस्कृति की आत्म शक्ति हैं श्री राम
*प्रसंग-वश - वरिष्ठ लेखक चंद्रकांत अग्रवाल : अयोध्या में श्री राम लला के भव्य मंदिर बनने के बाद आज 500 साल बाद पहली बार हम राजा राम के ऐश्वर्य व वैभव अनुसार अयोध्या ... Read More
इनका संपूर्ण जीवन राष्ट्र भाषा प्रचार, समाज सुधार, राष्ट्र जागरण, पत्रकारिता को समर्पित था
बालकृष्ण मालवीय इटारसी। माखनलाल चतुर्वेदी जी की स्मृति में, चाह नहीं सुरबाला के गहनों में गूंथा जाऊं। इन पंक्तियों को कौन नहीं जानता? इनके रचयिता नर्मदा अंचल के कवि साहित्यकार जिनमें देश भक्ति ... Read More
ईस्टर संदेश : प्रभु यीशु का पुनरुत्थान… एक दिव्य आशा का संचार
पास्टर डॉ सुभाष पँवार : परिचयईसाई धर्म की केंद्रीय शिक्षाओं में से एक यह है कि मृतक एक दिन फिर से जीवित हो उठेंगे। मृतकों में से जी उठना "पुनरुत्थान" कहलाता है। बाइबल ... Read More
जयंती विशेष : पं भवानी प्रसाद मिश्र
अभिषेक तिवारी , इटारसी : आज प्रख्यात कवि, विचारक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, हमारे नर्मदांचल के गौरव पं भवानीप्रसाद मिश्र जी की जयंती है। 29 मार्च 1913 को डोलरिया के निकट टिगरिया गांव में ... Read More
श्रीकृष्ण ही हैं होली के महानायक : भाव-रंगों का पर्व है होली
प्रसंग-वश-वरिष्ठ लेखक चंद्रकांत अग्रवाल : सिर्फ होली शब्द का ही यदि हम विग्रह करें तो होगा हो+ली अर्थात किसी का हो जाना। प्रेम/समर्पण/ आत्मीयता व सेवा के भाव जगाने का मर्म अंर्तनिहित होता ... Read More
होली स्पेशल : होली के रंग पर्व बन, लोक संस्कार हुए और आत्मा में रच बस गये
Rohit Nage, Itrasi - जिंदगी में रंगों का बड़ा महत्व होता है। हर कोई चाहता है कि उसकी जिंदगी रंगीन हो, उसमें खुशियों के तरह-तरह के रंग हों, दुखों से दूर मन के ... Read More
सीने में जुनूं आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूं, दुश्मन की सांसें थम जाये, आवाज में वो धमक रखता हूं
बालकृष्ण मालवीय यह पक्तियां शहीद भगत सिंह के जीवन और उनके व्यक्तित्व को करती हैं। जैसा नाम, वैसा काम। क्रांति के साधक भगत सिंह वास्तव में क्रांति के भगत थे। क्रांति उनके अंदर ... Read More
पारसियों का नववर्ष, नवरोज मुबारक
अखिल दुबे हजारों वर्ष पूर्व से हमारे पूर्वज अपने आप को आर्य सनातनी कहते आए हैं, जिसका गहन उल्लेख वेदों में भी है। हम आर्य और हमारा देश, हमारी भूमि आर्यावर्त। एक देश ... Read More